खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स का शानदार आगाज

प्रधानमंत्री मोदी बोले- युवा साथी खूब खेलेंगे, खूब खिलेंगे
देसी खेलों का आयोजन दिल को छूने वालाः एम. वेंकैया नायडू
खेलपथ संवाद
बेंगलुरू।
बेंगलुरु में रविवार (24 अप्रैल) को खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स का आगाज हुआ। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने इसका उद्घाटन किया। उनके अलावा कार्यक्रम में कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई, राज्यपाल थावर चंद गहलोत और केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर मौजूद रहे। इन खेलों में देश भर के 189 विश्वविद्यालयों के लगभग 39 सौ पुरुष और महिला खिलाड़ी अपनी प्रतिभा की चमक बिखेरेंगे। ओलंपियन तैराक श्रीहरि नटराज ने इन खेलों में शिरकत करने वाले लगभग 39 सौ खिलाडिय़ों के लिए खेलों की शपथ ली।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने वीडियो संदेश में कहा- खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के लिए आप सभी को बहुत बहुत बधाई। बेंगलुरु शहर देश के युवा जोश की पहचान है और प्रोफेशनल्स की शान है। डिजिटल इंडिया वाले बेंगलुरु में खेलो इंडिया का आह्वान अहम है। स्टार्ट-अप्स की दुनिया में स्पोर्ट्स का ये संगम, अद्भुत है। भले ही यह यूनिवर्सिटी खेल हों, लेकिन युवा यह मानकर खेलें कि वे देश के लिए खेल रहे हैं। वे यहां खेलकर देश के लिए अपने अंदर एक उत्तम खिलाड़ी तैयार कर रहे हैं। यही जज्बा उन्हें आगे लेकर जाएगा। यही भावना उन्हें मैदान पर जिताएगी और मेडल भी दिलाएगी। उन्हें विश्वास है सभी युवा साथी खूब खेलेंगे, खूब खिलेंगे। 
उपराष्ट्रपति ने कहा कि सरकार और खेल मंत्रालय की ओर से महत्व दिए जाने के बाद देश खेलों की दिशा में आगे बढ़ रहा है। इसका उदाहरण टोक्यो ओलंपिक में देखने को मिल चुका है। उन्होंने कहा कि इन खेलों में मलखंब और योगासन जैसे देसी खेलों का आयोजन दिल को सुकून देने वाला है। वहीं पीएम ने कहा कि खेलों की शक्ति देश की शक्ति को बढ़ाती है। खेलों में पहचान देश में पहचान बढ़ाती है। उन्हें याद है जब वह टोक्यो ओलंपिक के पदक विजेताओं से मिले थे तो उनकेचेहरे पर अपनी जीत से ज्यादा देश के लिए पदक जीतने का गर्व था। देश के लिए जीत से ज्यादा खुशी मिलने का कोई मुकाबला नहीं है। उन्होंने कहा कि वे भी यहां अपने लिए या अपने परिवार के लिए नहीं खेल रहे हैं। खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी खेलों का बेंगलुरु में होना इस खूबसूरत शहर की ऊर्जा को और बढ़ाएगा। देश के नौजवान भी यहां से एक नई ऊर्जा लेकर लौटेंगे। वैश्विक महामारी के बीच ये खेल देश के युवाओं के दृढ़संकल्प और जज्बे का उदाहरण हैं। वह इनके प्रयासों और हौसले को सलाम करते हैं।
'दो साल पहले जैसा उत्साह देखने को मिल रहा है'
खेल मंत्री ने अनुराग ठाकुर ने कहा कि कोरोना के चलते दो साल बाद इन खेलों का आयोजन हो रहा है, जिस तरह का उत्साह उन्होंने पहले खेलों इंडिया यूनिवर्सिटी खेलों में देखा था। वैसा ही उत्साह यहां देखने को मिल रहा है। लगभग दो सौ विश्वविद्यालयों के लगभग 4000 खिलाड़ी इन खेलों में शिरकत कर रहे हैं। यह राज्य में होने वाला विभिन्न खेलों का सबसे बड़ा आयोजन है। समारोह में खेल राज्य मंत्री निशिथ परमाणिक के अलावा कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत, राज्य के मुख्यमंत्री बासवराज बोम्मई के अलावा अंजू बॉबी जॉर्ज, विमल कुमार, एबी सुब्बैया, एसवी सुनील, वी रघुनाथ, सहाना कुमारी जैसी खिलाडिय़ों ने भी शिरकत की। उद्घाटन समारोह में मलखंब खिलाडिय़ों ने प्रदर्शन किया, साथ ही आजादी के अमृत महोत्सव पर प्रस्तुति दी गई।
खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी खेलों में ओलंपियन शूटर मनु भाकर, दिव्यांश सिंह पंवार, ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर, स्प्रिंटर दुती चंद, तैराक श्रीहरि नटराज जैसे ओलंपियन शिरकत करने जा रहे हैं। खेलों में कुल 275 स्वर्ण पदक दांव पर होंगे। समापन समारोह तीन मई को होने जा रहे है, जिसमें गृह मंत्री अमित शाह शामिल होंगे। यहां होने वाले 20 खेलों में मलखंब और योगासन जैसे देसी खेलों का भी आयोजन होगा।
इन खेलों में अखिल भारतीय इंटर यूनिर्सिटी में पहले आठ स्थान पर रहने वाले खिलाड़ी शिरकत करेंगे। इन खेलों को हरित खेलों के रूप में आयोजित किया जा रहा है। पहले खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी खेल 2020 में भुवनेश्वर में आयोजित किए गए थे। उस दौरान तीन हजार एक सौ 82 खिलाडिय़ों ने शिरकत की थी। पंजाब 17 स्वर्ण पदक समेत 46 पदक जीतकर पहले स्थान पर रहा था। 

रिलेटेड पोस्ट्स