चला गया फिरकी का जादूगर

महान स्पिनर शेन वॉर्न के निधन से क्रिकेट दुखी
मेलबर्न।
स्पिन गेंदबाजी को नयी परिभाषा देने वाले आस्ट्रेलिया के महान स्पिनर शेन वॉर्न का थाईलैंड में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वह 52 वर्ष के थे। वॉर्न के प्रबंधन ने आस्ट्रेलियाई मीडिया को एक संक्षिप्त बयान जारी किया है कि वॉर्न का थाईलैंड के कोसमुई में निधन हो गया है। 
बयान में कहा गया, ‘शेन अपनी विला में अचेत पाये गए। मेडिकल स्टाफ ने कहा, ‘उनके परिवार ने इस मौके पर निजता बनाये रखने की अपील की है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सर्वकालिक महान खिलाड़ियों में शुमार वॉर्न ने 1992 में आस्ट्रेलिया के लिये पदार्पण करके 145 टेस्ट खेले और 708 विकेट लिये। वहीं, 194 वनडे में 293 विकेट चटकाये।
आईपीएल के पहले सत्र में 2008 में राजस्थान रॉयल्स ने उनकी कप्तानी में खिताब जीता था। वह श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन (800 विकेट) के बाद सर्वाधिक विकेट लेने वाले दूसरे गेंदबाज थे। क्रिकेट आस्ट्रेलिया और श्रीलंका क्रिकेट ने 2007 में दोनों दिग्गजों के सम्मान में दोनों देशों के बीच टेस्ट सीरीज का नाम वॉर्न-मुरलीधरन ट्रॉफी रखा। भारत के खिलाफ सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर पहला टेस्ट खेलने वाले वॉर्न को 1992 से 2007 के बीच उनकी अतुल्य उपलब्धियों के लिये विजडन ने शताब्दी के 5 क्रिकेटरों में चुना। उन्हें 2013 में आईसीसी हाल आफ फेम में शामिल किया गया। वॉर्न 1999 विश्व कप जीतने वाली आस्ट्रेलियाई टीम के सदस्य थे। उन्होंने एशेज क्रिकेट में सर्वाधिक 195 विकेट लिये हैं। मैदान के भीतर और बाहर वॉर्न ने कमेंटेटर के रूप में भी कामयाबी पाई।

 

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