पैरालम्पिक पदक तालिका में शामिल नहीं होंगे रूसी-बेलारूसी खिलाड़ी

पैरालम्पिक समिति के ध्वज तले ही हिस्सा ले पाएंगे
लुसाने।
बीजिंग में चार मार्च से होने वाले शीतकालीन पैरालम्पिक खेलों में रूस और बेलारूस के खिलाड़ियों को तटस्थ खिलाड़ी के रूप में भाग लेने की अनुमति दी जाएगी। यूक्रेन पर हमले के बाद रूस और बेलारूस को लेकर खेल समुदाय लामबंद हो रहा है। इसी कड़ी के तहत अंतरराष्ट्रीय पैरालंपिक समिति ने कहा कि ये दोनों देश पैरालंपिक ध्वज के तहत खेलेंगे और इन्हें पदक तालिका में शामिल नहीं किया जाएगा। इससे पहले संस्थागत डोपिंग के कारण रूस के खिलाड़ियों को शीतकालीन ओलंपिक में रूसी ओलंपिक समिति के तहत भाग लेने की अनुमति मिली थी। 
पैरालंपिक का उद्घाटन समारोह शुक्रवार को होगा जबकि प्रतियोगिताएं शनिवार से शुरू होंगी। आईपीसी के अध्यक्ष एंड्रयू पर्सन ने कहा कि ये उपाय समिति के संविधान के तहत यथासंभव सख्त कदम हैं। उन्होंने कहा कि पैरालंपिक आंदोलन रूस और बेलारूस की सरकारों के ओलंपिक संधि तोड़ने से काफी चिंतित है। आईपीसी संचालन बोर्ड रूस और बेलारूस के कदमों की कड़ी भर्त्सना करता है। हम राजनीतिक रूप से तटस्थ हैं और सैद्धांतिक रूप से रहेंगे लेकिन सब इस बात से सहमत हैं कि इन चिंताओं को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
आईपीसी ने यह भी कहा है कि इस साल में हम इस वोट करेंगे कि क्या ओलंपिक संधि हर सदस्य देशों के लिए अनिवार्य होनी चाहिए और जो तोड़े उसे निलंबित कर देना चाहिए। अगर इस पर निर्णय हो जाता है कि रूस और बेलारूस की पैरालंपिक समिति की सदस्यता खत्म भी की जा सकती है। 2018 : के खेलों में भी रूस संस्थागत डोपिंग के कारण पैरालम्पिक ध्वज के तहत ही खेला था।  
रूस-बेलारूस के निशानेबाजों पर रोक 
म्यूनिख। अंतरराष्ट्रीय शूटिंग स्पोर्ट्स फेडरेशन (आईएसएसएफ) ने यूक्रेन पर हमले के बाद रूस और बेलारूस के निशानेबाजों पर किसी भी स्पर्धा में भाग लेने पर रोक लगा दी है। यह निर्णय तब हुआ जब काहिरा में विश्व कप चल रहा है और जहां मंगलवार तक रूस के निशानेबाज हिस्सा ले रहे थे लेकिन इस निर्णय से अब वे आगे प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं ले पाएंगे।
आईएसएसएफ ने अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के कार्यकारी बोर्ड की उस अपील के बाद निर्णय लिया है जिसमें आईओसी ने सभी रूस और बेलारूस के बहिष्कार की बात कही थी। रूस से 2022 में होने वाली यूरोपियन चैंपियनशिप तो पहले ही छीन ली गई है। फीफा और अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के बाद टेनिस, साइक्लिंग, एथलेटिक्स फॉर्मूला वन कार रेस, बैडमिंटन और तमाम खेल संगठन रूस पर प्रतिबंध लगा चुके हैं

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