सेनेगल ने 65 साल में पहली बार जीता अफ्रीकन कप

पेनाल्टी शूटआउट में सात बार की चैम्पियन मिस्र को 4-2 से हराया
कैमरुन।
सेनेगल और मिस्र के बीच अफ्रीकन कप के फाइनल में निगाह सैडियो माने और मोहम्मद सालाह पर थी। लिवरपूल के दोनों स्टार अपनी-अपनी टीमों के लिए मैदान में थे और बाजी मारी सैडियो की टीम सेनेगल ने जिसने मिस्र को पेनाल्टी शूटआउट में 4-2 से जीत दर्ज कर टूर्नामेंट के 65 साल के इतिहास में पहली बार खिताब अपने नाम किया। निर्धारित और अतिरिक्त समय तक गोलरहित बराबरी के बाद शूटआउट का सहारा लिया गया था। सात बार चैंपियन रहे मिस्र ने शूटआउट में दो पेनाल्टी गंवाई। 
सैडियो ने महत्वपूर्ण पेनाल्टी भुनाने में मदद की जबकि पहले निर्धारित समय में उन्होंने मौका गंवाया भी था। जब सातवें मिनट में मिस्र के खिलाड़ी ने बॉक्स में गलती की थी और सैडियो माने के प्रयास को मिस्र के गोलकीपर मोहम्मद अबोयू गाबाल ने बचा लिया था। ओलेम्बे स्टेडियम में यह टूर्नामेंट हुुआ। यह वही स्टेडियम है जिसमें 24 जनवरी को कैमरून और कोमरोस के बीच मुकाबले के दौरान भगदड़ के दौरान आठ लोग मर गए थे और 38 घायल हो गए थे। 
महत्वपूर्ण पेनाल्टी किक भुनाने के बाद माने ने खुशी से दौड़ लगाई लेकिन जीत के बाद वह अपने क्लब के दोस्त और प्रतिद्वंद्वी मिस्र टीम के सालाह को सांत्वना भी देते नजर आए जो हार के बाद जर्सी से मुंह ढांपकर रोने लगे थे। सालाह बिल्कुल ऑफ कलर दिखे। उन्होंने गोल पर दो निशाने साधे लेकिन वह सटीक नहीं थे। 
सालाह का यह अफ्रीकन में दूसरा फाइनल था लेकिन वह देश को खिताब नहीं जिता पाए। इससे पहले 2017 के फाइनल में मिस्र को कैमरून ने हराया था। मिस्र की टीम अपने कोच कार्लोस कुईरोज के बिना उतरी थी जिन्हें सेमीफाइनल में रेफरी से बहस पर एक मैच के लिए बाहर कर दिया गया था। उन्होंने दर्शक दीर्घा में बैठकर मैच देखा। 
अफ्रीकन कप में खिताबी जीत के बाद सेनेगल के राष्ट्रपति मैकी सैल ने एक दिन की सार्वजनिक छुट्टी घोषित कर दी है। मैकी ने अपने कोमरोस का दौरा भी रद्द कर दिया ताकि अपने विजेता खिलाड़ियों का स्वागत कर सकें। सेनेगल ने पहली बार खिताब जीता है। इससे पहले टीम ने  दो बार फाइनल गंवाया था। 2002 में कैमरून के हाथों शूटआउट में और 2019 में जब उन्हें अल्जीरिया ने हराया था। अफ्रीकन कप जीतने के बाद सेनेगल के इडोआर्ड मेंडी ने कहा "हमें अपने प्रदर्शन पर नाज है। हम पहली बार खिताब जीते हैं। हमने इसके लिए कड़ी मेहनत की थी। हमने एक टीम और देश के रूप में जीत हासिल की है।"

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