खिलाड़ियों पर मेहरबान हुई मोदी सरकार

तीन साल बाद इस तरह आए अच्छे दिन
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश का वार्षिक आम बजट पेश कर दिया। इसे आम आदमी के जीवन से जुड़े हर क्षेत्र को स्पर्श करने वाला बजट बताया जा रहा है। केंद्र सरकार के इस बजट में खेल और खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने वाली कई प्रभावी योजनाओं की भरमार हैं। बीते दो सालों से लगातार खेल बजट में कटौती की जा रही थी लेकिन इस साल मोदी सरकार ने खिलाड़ियों पर जमकर पैसा खर्च करने का प्रावधान किया है। टोक्यो ओलम्पिक में ऐतिहासिक प्रदर्शन का तोहफा देश के सभी खिलाड़ियों को मिला और खेल बजट बढ़कर तीन हजार करोड़ के पार हो गया। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के इस बार बजट भाषण में तो खेल का जिक्र नहीं हुआ, लेकिन बाद में बताया गया कि इस बार बजट 300 करोड़ रुपये तक बढ़ गया है। 2022 का खेल बजट 3062 करोड़ रुपये का है।
साल 2021-22 का खेल बजट 2757.02 करोड़ रुपये था, लेकिन साल 2022-23 में खेल का बजट बढ़कर 3062.60 करोड़ रुपये हो गया है। इस बार खेल बजट में 305.58 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई है। इसके पीछे टोक्यो ओलम्पिक में देश का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ियों की मेहनत को माना जा रहा है। पिछले साल ओलम्पिक में भारतीय खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन करके रिकॉर्ड 7 मेडल जीते थे।
आपको बता दें कि वित्तीय वर्ष 2020-21 में सरकार ने खेलों के लिए 2826.92 करोड़ रुपये जारी किए थे, जिसे बाद में महामारी की वजह से प्रभावित खेल टूर्नामेंटों को देखते हुए कम कर दिया गया था. बाद में कोरोना की वजह से टोक्यो ओलंपिक और घरेलू टूर्नामेंट टल गए और सरकार ने बजट घटाकर 1878 करोड़ कर दिया।
खेल बजट के माध्यम से केंद्र सरकार खेल मंत्रालय की कई इकाइयों पर पैसे खर्च करती है ताकि भिन्न भिन्न खेलों को बढ़ावा मिले. ये पैसा खिलाड़ियों की फिटनेस, ट्रेनिंग, प्रैक्टिस, स्टेडियम, स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स और बेहतर कोचिंग व्यवस्था पर खर्च होता। खेल मंत्रालय देश भर में कई आनुषंगिक प्राधिकरण संचालित करता है जो चुनिंदा खिलाड़ियों को वैश्विक प्रतियोगिता में मेडल विजेता बनाने के लिए मेहनत करते हैं। मौजूदा बजट में राष्ट्रीय युवा सशक्तिकरण कार्यक्रम में पैसा बढ़ाया गया है, पिछले साल इसमें 108 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे, जबकि अब इस बार 138 करोड़ रुपये दिए गए हैं. अंतर्गत ओलंपिक खेलों की सभी तैयारियां, स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया, एथलेटिक्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया समेत अन्य बॉडी का बजट भी जारी किया जाता है। इस बार खेलो इंडिया कार्यक्रम का भी बजट बढ़ाया गया है, पिछले साल इसका 879 करोड़ रुपये था, जो इस बार 974 करोड़ रुपये कर दिया गया है।   

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