विराट कोहली के लिए खतरे की घंटी

दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट में 35 रन बनाए
सेंचुरियन।
भारतीय क्रिकेट टीम के टेस्ट कप्तान विराट कोहली का भाग्य पिछले कुछ समय से उनके साथ नहीं है। बांग्लादेश के खिलाफ 2019 में डे-नाइट टेस्ट में शतक लगाने के बाद से वे बड़ी पारी नहीं खेल पाए हैं। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट की पहली पारी में वह 35 रन ही बना सके। अगर वे दक्षिण अफ्रीका में बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाए तो उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। कोहली का टेस्ट में औसत 50.6 का है, लेकिन यह अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में नीचे जा सकता है।
विराट अगर इस सीरीज के सभी पारियों में बल्लेबाजी करते हैं और हर बार आउट होने के बावजूद कुल 198 रन नहीं बना पाते हैं तो उनका टेस्ट औसत 50 से नीचे हो जाएगा। इसका मतलब यह होगा अपने 100 टेस्ट पूरे होने के बाद कोहली का औसत 50 से नीचे का रहेगा। कोहली ऐसा होने से रोक सकते हैं। एक भी पारी में बल्लेबाजी नहीं करने या नाबाद होने की स्थिति में विराट अपने औसत को 50 से ऊपर रखने में सफल हो जाएंगे। हालांकि, टीम इंडिया के प्रशंसकों को उम्मीद होगी कि कोहली बड़ी पारियां खेलें और अपने औसत को आगे बढ़ाएं।
विराट ने जब अपना पिछला शतक बांग्लादेश के खिलाफ लगाया था तब उनका औसत 54.97 था। इन दो सालों में उनका औसत पांच अंक नीचे गिरा है। इस दौरान विराट ने 14 टेस्ट मैच खेले हैं। 23 पारियों में उन्होंने 599 रन बनाए। 74 रन उच्चतम स्कोर और 26.04 का औसत रहा है। विराट ने पांच अर्धशतक जड़े हैं। आंकड़ों से यह बात साफ है कि कोहली अपने करियर के सबसे बुरे दौर से गुजर रहे हैं।
अगर बात सिर्फ दक्षिण अफ्रीका की करें तो कोहली का रिकॉर्ड शानदार रहा है। उन्होंने छह टेस्ट की 10 पारियों में 558 रन बनाए हैं। इस दौरान उनका औसत 55.80 का रहा है। उन्होंने दो शतक और दो अर्धशतक जड़े हैं। अफ्रीकी जमीन पर कोहली का उच्चतम स्कोर 153 रन है। भारतीय कप्तान अपने बेहतरीन रिकॉर्ड दक्षिण अफ्रीका में और ज्यादा बेहतर करने के लिए उतरेंगे।

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