मयंक अग्रवाल ने बताई अपने शतक की कहानी

बोले- गावस्कर सर ने बैकलिफ्ट कम करने को कहा था
मैंने थोड़ा अर्जेस्ट किया और सलाह काम कर गई
मुम्बई।
इंडियन ओपनर मयंक अग्रवाल ने भारत की पहली बारी में 150 रन बनाए। उनके अलावा कोई बल्लेबाज एजाज की फिरकी के आगे नहीं टिक सका। मयंक ने बताया कि बल्लेबाजी तकनीक में बदलाव की वजह से उन्हें काफी मदद मिली है। उन्होंने सुनील गावस्कर का वीडियो देखकर अपनी टेक्निक सुधारी है। गावस्कर ने पहले भी मयंक को बैकलिफ्ट कम करने की सलाह दी थी और उन्होंने ऐसा ही किया।
मयंक ने बताया कि सुनील गावस्कर सर ने कमेंट्री के दौरान मेरे खराब प्रदर्शन को लेकर बात की थी और उन्होंने मुझे बैक-लिफ्ट को कम करने की सलाह दी थी। मयंक ने कहा, 'सुनील गावस्कर सर ने कहा कि मुझे अपनी पारी की शुरुआत में बल्ले को थोड़ा नीचे रखने पर विचार करना चाहिए। मैं उसे थोड़ा ऊंचा रखता हूं। मैं इतने कम समय में इसमें बदलाव नहीं कर सकता। मैंने उनका वीडियो को देखकर उनके कंधे की स्थिति पर ध्यान दिया। मैंने अपने तरीके में थोड़ा बदलाव किया, जो कारगर रहा।'
राहुल सर ने कहा- अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में बदलें
मयंक ने बताया, 'प्लेइंग इलेवन में चुना गया तो राहुल भाई ने मुझसे बात की। उन्होंने मुझसे कहा कि जो मेरे हाथ में हैं, उसे नियंत्रित करें और मैदान पर उतर कर अपना सर्वश्रेष्ठ दें। जब आपको अच्छी शुरुआत मिल जाए तब उसे बड़ी पारी में बदलने की कोशिश करो। मुझे जो शुरुआत मिली थी, उसे भुनाने में खुशी है। राहुल भाई की ओर से संदेश बिल्कुल साफ था कि मैं इसे यादगार बनाऊं।'
मयंक ने आगे बताया, 'एजाज पर आक्रमण करना प्लान का हिस्सा था क्योंकि मैंने सोचा कि वह आज बहुत अच्छी तरह से गेंदबाजी कर रहे थे। वह एक ही स्पॉट में गेंदबाजी कर रहे थे और दबाव डाल रहे थे। ऐसे में जो गेंद हमारे पाले में गिरी, उसे योजना के अनुसार मैंने अटैक किया। जो भी गेंद लेंथ में थोड़ी छोटी रही, उस बॉल पर मैंने निश्चित रूप से प्रहार किया।' मयंक 13 पारियों के बाद शतकीय पारी खेली है। वह खराब फॉर्म से जूझ रहे थे। उन्हें ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद प्लेइंग-XIसे ड्रॉप कर दिया गया था और कानपुर टेस्ट से उन्होंने वापसी की। न्यूजीलैंड के खिलाफ कानपुर टेस्ट में भी उनका प्रदर्शन फीका रहा था।

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