चार साल और 14 मैच बाद भारत में कोई टेस्ट हुआ ड्रॉ
खेलपथ प्रतिनिधि
कानपुर। भारत और न्यूजीलैंड के बीच कानपुर में खेला गया पहला टेस्ट रोमांचक अंदाज में ड्रॉ हो गया। भारत में 4 साल और 14 मैच बाद कोई टेस्ट मैच ड्रॉ हुआ है। 12 टेस्ट में टीम इंडिया, तो वहीं 2 मुकाबलों में अफगानिस्तान की टीम मेजबान रही है।
अफगानिस्तान की टीम ने आयरलैंड और वेस्टइंडीज के खिलाफ भारत में ही 2 टेस्ट मैच खेले हैं। टीम इंडिया ने अपने 12 मुकाबलो में 11 में जीत दर्ज कर चुकी है। वहीं, टीम को एकमात्र मैच में इंग्लैंड के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। कानपुर टेस्ट से पहले आखिरी बार 2017 में भारत और श्रीलंका के बीच कोलकाता में खेला गया मुकाबला ड्रॉ रहा था।
कोच द्रविड़ ने ग्राउंड्समैन और पिच क्यूरेटर को दिए 35 हजार रुपए
भारतीय क्रिकेट टीम के नए कोच राहुल द्रविड़ को उनके शांत स्वभाव के लिए जाना जाता है। द्रविड़ ने न्यूजीलैंड के खिलाफ कानपुर में खेले गए पहले टेस्ट में पिच क्यूरेटर शिव कुमार और उनकी टीम को 35 हजार रुपए का इनाम दिया है।
राहुल ने मैच के बाद स्टेडियम में ही इसका ऐलान किया। पहले यह अनुमान लगाया जा रहा था कि ग्रीन पार्क के विकेट पर तीन से ज्यादा दिन तक मैच नहीं चल सकेगा, लेकिन 5 दिन तक चले रोमांचक टेस्ट मैच के चलते द्रविड़ ने ऐसा किया। मैच के 5वें और अंतिम दिन न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों ने 94 ओवर बल्लेबाजी की और सिर्फ 8 विकेट गंवाए। दूसरा टेस्ट 3 दिसंबर से मुंबई में खेला जाएगा।
पहले उठाए थे सवाल
जिस दिन भारतीय टीम के कोच कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में विकेट देखने कप्तान रहाणे के साथ पहुंचे थे, तब उन्होंने विकेट को लेकर सवाल उठाए थे। उन्होंने बीसीसीआई और लोकल क्यूरेटर को पिच पर काम करने के लिए कहा था। जिस हिसाब से उन्होंने पिच बनाने के लिए कहा था, उसी तरह से विकेट बनाया गया। इस बात से द्रविड़ मैच के आखिरी दिन काफी खुश थे।
कानपुर के ग्राउंड्समैन को लीड करते हैं शिवकुमार
ग्रीन पार्क स्टेडियम के ग्राउंड्समैन की टीम को शिवकुमार लीड करते हैं। उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन ने मैच के बाद खुद इसकी जानकारी दी। बता दें कि इस पिच पर तेज गेंदबाजों ने 16 विकेट लिए। वहीं, स्पिनर्स को भी 20 विकेट मिले। शिवकुमार ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि सालों की मेहनत का यह नतीजा है। राहुल द्रविड़ से इनाम पाकर हमारी पूरी टीम बहुत खुश है। उन्होंने जिस तरह से पिच तैयार करने के लिए कहा था, उसी तरह से हमने इसे बनाया।