आगरा की तीन बेटियां उत्तर प्रदेश क्रिकेट टीम में

कर्नाटक से खेलेंगी अपना पहला मुकाबला
खेलपथ संवाद
आगरा।
आगरा की महिला क्रिकेटर क्षमा सिंह, राशि कन्नौजिया और तनु काला का चयन उत्तर प्रदेश महिला सीनियर क्रिकेट टीम में हुआ है। मंगलवार को उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन की ओर से टीम की घोषणा की गई। इससे पहले भी तीनों क्रिकेटर यूपी टीम का कई वर्गों में प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं। उत्तर प्रदेश की पहली भिड़ंत 31 अक्टूबर को कर्नाटक के विरुद्ध नागपुर में होगी। 
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी तीनों महिला क्रिकेटर शानदार प्रदर्शन करतीं आई हैं। तीनों महिला खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर हेमलता काला और मनोज कुशवाहा से प्रशिक्षण प्राप्त करती हैं। तीनों खिलाड़ियों के टीम में चयन पर फिरोज खान, तपेश शर्मा, सुमित शर्मा, अंपायर सुधीर चतुर्वेदी, नरेंद्र शर्मा, केके शर्मा, रमन दीक्षित, अतुल सिरोही आदि ने हर्ष प्रकट किया है। 
क्रिकेटर क्षमा सिंह मध्यम क्रम की बल्लेबाजी करने के साथ ही मध्यम गति की गेंदबाज हैं। क्षमा पूर्व में भारतीय ए टीम की ओर से खेलते हुए बांग्लादेश और श्रीलंका का दौरा कर चुकी हैं। वर्तमान में आगरा रेलवे के डीआरएम ऑफिस में एसएनटी विभाग में कार्यरत हैं। 
क्रिकेटर राशि कन्नौजिया ऑर्थोडॉक्स लेफ्ट आर्म स्पिनर हैं। राशि भी पूर्व में भारतीय महिला ए टीम की ओर से बांग्लादेश और श्रीलंका का दौरा कर चुकी हैं। इससे पहले भारतीय महिला क्रिकेट के प्रशिक्षण शिविर में भी उन्होंने इसी वर्ष कैंप किया था। क्रिकेटर तनु काला ऑर्थोडॉक्स लेफ्ट आर्म और मध्यम क्रम की बल्लेबाज हैं। राज्यस्तरीय क्रिकेट चैंपियनशिप में तनु का प्रदर्शन काफी शानदार रहा है। वर्तमान में आगरा डीआरएम ऑफिस में ऑपरेटिंग विभाग में कार्यरत हैं।
आगरा की तीन बेटियां तनु काला, राशि कनौजिया और क्षमा सिंह का उत्तर प्रदेश सीनियर क्रिकेट महिला टीम में चयन हुआ है। इस बात का अब सबको पता चल गया है। लेकिन यहां तक पहुंचने में उन्होंने कितना संघर्ष किया। इसके बारे में कम लोग ही जानते होंगे। आगरा की गलियों से यूपी महिला सीनियर क्रिकेट टीम तक का सफर तय करना इनके लिए आसान नहीं था।
कठिन परिश्रम के साथ इनकी राह में लोगों के ताने भी आए। मगर इन सब मुश्किलों का सामना कर इन्होंने अपने लक्ष्य पर फोकस किया। इसका ही परिणाम है कि आज तीनों बेटियां दूसरी लड़कियों के लिए प्रेरणा बनकर उभरी हैं।
आगरा के नामनेर के रहने वाली राशि कनौजिया लेफ्ट आर्म स्पिनर हैं। राशि ने बताया कि जब वह छोटी थीं तो क्रिकेटर हेमलता काला के भाई उन्हें ट्यूशन पढ़ाने आते थे। उन्होंने उनके मम्मी-पापा से क्रिकेट सिखाने के लिए कहा। वही पहली बार हेमलता काला के पास ले गए थे। उस समय उनको क्रिकेट अच्छा नहीं लगता था। मगर धीरे-धीरे उनकी दिलचस्पी बढ़ती गई। वह एकेडमी जाने लगीं। सुबह-शाम प्रैक्टिस करती थीं। चार साल तक ट्रायल दिए। लेकिन सेलेक्शन नहीं हुआ। इससे निराश नहीं हुईं और मेहनत की। राशि ने बताया कि एक समय ऐसा आया कि जब उनके आसपास के लोग अपने बच्चों को उनके साथ नहीं खेलने देते थे। वे कहते थे कि यह लड़की है। लड़कों के साथ खेलती है। दिनभर बाहर रहती है। कपड़े भी सही से नहीं पहनती है। उस समय उन्हें बड़ा खराब लगता था। मगर उनके घर वाले कहते थे कि लोगों की बात पर ध्यान न देकर अपने भविष्य पर ध्यान दो। उन्होंने बताया कि जब उनका अखबार में नाम आने लगा और जब भारतीय महिला ए टीम में चयन हुआ तो वही लोग उनकी तारीफ करने लगे। वो कहते थे कि हम भी अपनी बच्चियों को आगे बढ़ाना चाहिए था।
क्षमा के घरवाले बोले थे, चाहो तो कुछ और कर सकती हो
आगरा के कैंट रेलवे कॉलोनी निवासी क्षमा सिंह को उनके पापा ने क्रिकेट खेलने के लिए प्रोत्साहित किया था। क्षमा ने बताया कि उनके पापा रेलवे में हैं। वो बचपन में गली में लड़कों के साथ क्रिकेट खेलती थीं। सबने कहा कि वो अच्छा खेलती है। तब उनके पापा रेलवे में कार्यरत और भारतीय महिला क्रिकेट टीम की खिलाड़ी हेमलता काला के पास ले गए। 12 साल की उम्र से प्रैक्टिस शुरू कर दी। घर वालों का सपोर्ट मिला। खूब मेहनत की। मगर, लगातार चार बार जब ट्रायल में सेलेक्शन नहीं हुआ तो उनके घर वाले थोड़े निराश हो गए। उनके पापा ने उनसे कहा था कि अगर वो चाहे तो पढ़ाई पर ध्यान देकर कुछ और कर सकती है। मगर, उन्होंने क्रिकेट को ही चुना।
इसके बाद अगले साल 2015 में उनका सेलेक्शन यूपी-19 टीम में हो गया। उन्होंने बताया कि जब सेलेक्शन नहीं होता था तो निराशा होती थी, लेकिन इससे हिम्मत नहीं हारी। कोच मनोज कुशवाहा ने गलतियों को सुधारने और अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद की।
बुआ को देखकर तनु ने क्रिकेट में रखा कदम
तनु काला को क्रिकेट में उनकी बुआ हेमलता काला लेकर आईं। तनु ने बताया कि वो पहले कोटद्वार रहती थीं। आठ साल की उम्र में अपनी बुआ हेमलता काला के पास छुट्‌टी बिताने आई थीं। बुआ उन्हें पहली बार स्टेडियम ले गईं। वहां पर उनसे बालिंग करवाई। लाइन-लेंथ अच्छी पड़ी। बस वहीं से क्रिकेट का सफर शुरू हो गया।
वो आगरा में रहकर प्रैक्टिस करने लगीं। बस एक लक्ष्य बना लिया कि बुआ की तरह क्रिकेटर बनना है। कड़ी मेहनत की। घंटों मैदान में प्रैक्टिस करती थीं। उसका नतीजा ये रहा कि आठ साल पहले यूपी अंडर-19 टीम में सेलेक्शन हुआ। इसके बाद यूपी-अंडर 23 टीम में भी खेलीं। रेलवे की टीम में सेलेक्शन हो गया। अब यूपी सीनियर महिला टीम में सेलेक्शन हुआ है।
आगरा बना क्रिकेट का हब
वर्तमान में आगरा क्रिकेट का हब बन गया है। यहां से भारतीय महिला और पुरुष टीम में वर्तमान में दो-दो खिलाड़ी हैं। दीपक और राहुल चाहर इंडियन टीम में हैं वहीं, दीप्ति और पूनम यादव महिला टीम में हैं। सबसे पहले हेमलता काला और प्रीति डिमरी ने क्रिकेट में आगरा को पहचान दिलाई थी। इसके बाद महिला क्रिकेट में एक के बाद एक कई खिलाड़ी सामने आई हैं।

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