अनुभवी रमनदीप, चिंगलेनसाना और कोथाजीत हॉकी कैंप से बाहर

आज से बेंगलूरु में अभ्यास करेगी 30 सदस्यीय टीम
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
एसवी सुनील, बीरेन्द्र लाखरा और रुपिंदर पाल सिंह के संन्यास के कुछ दिन बाद ही तीन सीनियर खिलाड़ियों को बेंगलूरु में होने वाले हॉकी कैंप से बाहर कर दिया गया है। बेंगलूरु में आज से (चार अक्टूबर) भारतीय हॉकी टीम के संभावित 30 खिलाड़ी भारतीय खेल प्राधिकरण के कैंप में अभ्यास शुरू करेंगे। इन 30 खिलाड़ियों में रमनदीप सिंह, चिंगलेनसाना सिंह कंगुजाम और कोथाजीत सिंह को शामिल नहीं किया गया है। ये तीनों खिलाड़ी लम्बे समय से भारतीय टीम से अंदर बाहर हो रहे थे और इनके पास काफी अनुभव भी था। 
30 खिलाड़ियों का यह कोर ग्रुप पेरिस ओलम्पिक में और बेहतर प्रदर्शन करने के उद्देश्य से अभ्यास शुरू करेगा। भारतीय टीम ने हाल ही में टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीता है। राष्ट्रीय कोचिंग शिविर में अनुभवी और युवा खिलाड़ियों का अच्छा मिश्रण है। इस शिविर में जिन 30 खिलाड़ियों को शामिल किया गया है, उनमें गोलकीपर आर श्रीजेस, कृष्ण बहादुर पाठक, सूरज करकेरा, हरमनप्रीत सिंह, दिलप्रीत सिंह, सुरेन्द्र कुमार, गुरिन्द्र सिंह, अमित रोहिदास, मनप्रीत सिंह, हार्दिक सिंह, नीलकांत शर्मा, विवेक सागर प्रसाद, सिमरनजीत सिंह, आकाशदीप सिंह, मनदीप सिंह, ललित कुमार उपाध्याय, गुरसाहिबजीत सिंह, शमशेर सिंह, वरुण कुमार, जरमनप्रीत सिंह, दीपसन टिर्की, नीलम संजीव ज़ेस, जसकरन सिंह, राजकुमार पाल, गुरजंत सिंह, सुमित, शिलानंद लकड़ा, सुमन बेक, मनदीप मोर और आशीष कुमार टोपनो शामिल हैं।
कोच बोले टोक्यो ओलम्पिक को भूलकर आगे बढ़ें 
भारतीय हॉकी टीम के कोच ग्राहम रीड ने कहा "खिलाड़ी लंबे समय बाद वापसी कर रहे हैं। उनके लिए यह ब्रेक बहुत जरूरी था। मुझे उम्मीद है कि फिर से कैंप में आकर वो उत्साहित होंगे और अगले साल के लिए अपने गोल पर फिर से फोकस करेंगे। हम एक टीम और व्यक्तिगत दोनों प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए ओलंपिक की तैयारी करेंगे। ओलंपिक में जीत का अनुभव शानदार था, लेकिन मैं चाहूंगा कि अब खिलाड़ी खुद को 2022  के व्यस्त कार्यक्रम के लिए तैयार करें। फरवरी में हॉकी प्रो लीग के साथ ही काफी मजेदार टूर्नामेंट शुरू होंगे। इस कैंप में खिलाड़ियों की मजबूती पर ज्यादा ध्यान दिया जाएगा और हम आराम से शुरुआत करेंगे।"
टीम के सबसे बेहतरीन ड्रैगफ्लिकर थे रुपिंदर
31 साल के रुपिंदर टीम के सबसे बेहतरीन ड्रैगफ्लिकर थे, जबकि लाकरा के पास 200 से ज्यादा मैचों में खेलने का अनुभव था। वो उड़ीसा के सुरेन्द्रगढ़ की प्रसिद्ध हॉकी एकेडमी से आए थे। वहीं कर्नाटक के सुनील भले ही टोक्यो में जीतने वाली टीम का हिस्सा नहीं थे, पर वो 2018 में कांस्य जीतने वाली टीम में शामिल थे। रमनदीप, चिंगलेनसाना और कोथाजीत लंबे समय से भारतीय टीम से अंदर बाहर हो रहे थे। हॉकी प्रशंसकों का मानना है कि कोर ग्रुप का ऐलान होने से कुछ और खिलाड़ी संन्यास ले सकते हैं। 
राष्ट्रीय कैंप के लिए भारतीय टीम 
पीआर श्रीजेश, कृष्ण बहादुर पाठक, सूरज करकेरा, हरमनप्रीत सिंह, दिलप्रीत सिंह, सुरेंद्र कुमार, गुरिंदर सिंह, अमित रोहिदास, मनप्रीत सिंह, हार्दिक सिंह, नीलकांत शर्मा, विवेक सागर प्रसाद, सिमरनजीत सिंह, आकाशदीप सिंह, मनदीप सिंह, ललित कुमार उपाध्याय , गुरसाहिबजीत सिंह, शमशेर सिंह, वरुण कुमार, जरमनप्रीत सिंह, दीपसन टिर्की, नीलम संजीव ज़ेस, जसकरन सिंह, राजकुमार पाल, गुरजंत सिंह, सुमित शिलानंद लाकड़ा, सुमन बेक, मनदीप मोर, आशीष कुमार टोपनो। 

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