पंजाब की हरमिलन बैंस ने तोड़ा 19 साल पुराना रिकॉर्ड

60वीं राष्ट्रीय ओपन एथलेटिक्सः 1500 मीटर में जीता खिताब
माता-पिता के पदचिह्नों में चलती हरमिलन
तरनजीत कौर बनी नई फर्राटा चैम्पियन
खेलपथ संवाद
वारंगल।
तेलंगाना के वारंगल में चल रही 60वीं राष्ट्रीय ओपन एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में बेटियों का कमाल जारी है। अपने माता-पिता के पदचिह्नों में चलते हुए हरमिलन बैंस ने जहां 19 साल पुराना कीर्तिमान तोड़ते हुए 1500 मीटर दौड़ में स्वर्णिम सफलता हासिल की वहीं दिल्ली की होनहार एथलीट तरनजीत कौर 100 मीटर दौड़ में नई राष्ट्रीय चैम्पियन बनीं। तरनजीत ने यह दौड़ 11.50 सेकेंड में पूरी की।
पंजाब की उदीयमान धावक हरमिलन बैंस ने गुरुवार को वारंगल के जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में चल रही 60वीं राष्ट्रीय ओपन एथलेटिक्स चैम्पियनशिप प्रतियोगिता में महिलाओं की 1500 मीटर में नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया। हरमिलन ने 4:05.39 मिनट में अपनी दौड़ पूरी की। इस रिकॉर्ड के साथ 21 साल की हरमिलन ने सुनीता रानी (4:06.03 मिनट) के 19 साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़ दिया, जो उन्होंने 2002 एशियाई खेलों में बनाया था। हालांकि, हरमिलन विश्व चैम्पियनशिप के लिए 1500 मीटर क्वालीफिकेशन मार्क से बहुत कम समय से चूक गई, जो 4:04.20 मिनट है। दिल्ली की केएम चंदा 4:18.24 मिनट के साथ दूसरे स्थान पर रहीं। 
बता दें कि हरमिलन ने पिछले साल भुवनेश्वर में खेलो इंडिया विश्वविद्यालय खेलों में 4:14.68 मिनट का समय लेने के बाद इस साल 16 मार्च को फेडरेशन कप में 4:08.70 मिनट और फिर 21 जून को इंडियन ग्रांप्री में 4: 08.27 मिनट का समय लिया था। वह अब राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़कर खिताब जीतने में सफल रही।
मां-बेटी की अनोखी जोड़ी 
हरमिलन की मां माधुरी सक्सेना 1500 मीटर दौड़ की एशियन खेलों की रजत पदक विजेता हैं। रानी लक्ष्मीबाई और अर्जुन अवॉर्ड प्राप्त माधुरी का उत्तर प्रदेश के उन्नाव से गहरा ताल्लुक है। उनका जन्म बांगरमऊ उन्नाव में हुआ है तथा अपना खेल जीवन उन्होंने के.डी. सिंह बाबू स्टेडियम लखनऊ से शुरू किया था। सम्भवतः 1500 मीटर दौड़ की यह मां-बेटी की पहली जोड़ी है। हरमिलन के पिताजी भी 1500 मीटर दौड़ के दक्षिण एशियाई खेलों के पदक विजेता एथलीट हैं। 
पुरुष 1500 मीटर दौड़ में उलटफेर देखने को मिला। हरियाणा के परवेज खान ने एशियाई एथलेटिक्स चैम्पियनशिप के दो बार के पदक विजेता रेलवे के अजय कुमार सरोज को पछाड़कर शीर्ष स्थान हासिल किया। राष्ट्रीय स्तर पर 20 अगस्त, 2019 से अजय की यह पहली हार है। उधर, महिलाओं की 100 मीटर फर्राटा दौड़ में दिल्ली की तरनजीत कौर ने बाजी मारी। तरनजीत ने 11.50 सेकेंड के निजी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ 100 मीटर दौड़ का खिताब जीता।
पुरुषों में नरेश कुमार ने 10.30 सेकेंड के समय के साथ पुरुष 100 मीटर दौड़ का खिताब जीता। यह इस साल 100 मीटर में किसी भारतीय धावक का दूसरा सर्वश्रेष्ठ समय है। गुरिंदरवीर सिंह ने 26 जून को पटियाला में 10.27 सेकेंड का समय लिया था। गुंटूर के 23 साल के नरेश भारतीय इतिहास के पांच सबसे तेज धावकों में शामिल हो गए हैं। उन्होंने 2001 में अनिल कुमार के 10.37 सेकेंड के मीट रिकॉर्ड को भी तोड़ा। उधर, एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता हेप्टाथलीट रेलवे की स्वप्ना बर्मन ने महिला ऊंची कूद का खिताब जीता जबकि हरियाणा के साहिल सिलवाल ने 77.79 मीटर के प्रयास के साथ पुरुष भाला फेंक का खिताब अपने नाम किया।
पहले दिन इन खिलाड़ियों का रहा जलवा
चैम्पियनशिप के पहले दिन रेलवे के 24 साल के अभिषेक 14 मिनट 16.35 सेकेंड के समय के साथ 5000 मीटर में अपना पहला राष्ट्रीय खिताब जीतने में सफल रहे वहीं, धर्मेंद्र 14 मिनट 17.20 सेकेंड के समय के साथ दूसरे स्थान पर रहे और उन्होंने सिल्वर मेडल पर कब्जा जमाया। अजय कुमार ने 14 मिनट 20.98 सेकेंड के समय के साथ कांस्य पदक जीता।
उधर, महिला 5000 मीटर दौड़ में पारुल ने 15 मिनट 59.69 सेकेंड के समय के साथ खिताब जीता। महाराष्ट्र की 22 साल की कोमल ने 16 मिनट 1.43 सेकेंड के समय के अपने निजी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ दूसरा स्थान हासिल किया वहीं, महाराष्ट्र की ही संजीवनी बाबर जाधव ने 16 मिनट 19.18 सेकेंड के समय से कांस्य पदक जीता। महिला पोल वॉल्ट में तमिलनाडु की पवित्रा वेंकटेश ने 3.90 मीटर के प्रयास के साथ स्वर्ण पदक जीता। रेलवे की मारिया जेसन (3.80 मीटर) ने दूसरा जबकि कृष्णा राचन (3.60 मीटर) ने तीसरा स्थान हासिल किया।

 

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