आईपीएल के लिए कड़ा बायो-बबल

यूएई के 14 होटलों के 750 से ज्यादा स्टाफ का हुआ कोरोना टेस्ट 
पूरे टूर्नामेंट में 30 हजार टेस्ट होंगे
दुबई।
आईपीएल के दूसरे फेज को कोरोना से बचाने के लिए बीसीसीआई कड़ी मशक्कत कर रहा है। लीग के दौरान इमरजेंसी मेडिकल सर्विस, स्पोर्ट्स मेडिसिन सपोर्ट, स्पेशलिस्ट टेली कंसल्टेशन, डॉक्टर ऑन कॉल, एंबुलेंस, एयर एंबुलेंस जैसी सर्विसेस के लिए यूएई के वीपीएस हेल्थकेयर को पार्टनर बनाया है।
मेडिसिन और कोविड-19 मैनेजमेंट के लिए 100 मेंबर्स टीम बनाई गई है, जो खिलाड़ियों की मदद करेगी। हर मैच के लिए स्टेडियम में दो मेडिकल टीमें उपलब्ध रहेंगी, जिसमें डॉक्टर्स, नर्स, पैरामेडिक्स और लैब टेक्नीशियन होंगे।
दूसरे फेज में कम मैच होने के बावजूद ज्यादा कोविड टेस्ट होंगे। खिलाड़ियों के यूएई पहुंचने से पहले दुबई और अबूधाबी के 14 होटलों के करीब 750 से ज्यादा स्टाफ का टेस्ट हुआ। नए कोविड प्रोटोकॉल के मुताबिक, सभी खिलाड़ियों और ऑफिशियल्स का हर तीसरे दिन टेस्ट होगा। टूर्नामेंट के दौरान 30 हजार कोरोना टेस्ट होंगे। इसके अलावा, सुरक्षित बायो-बबल के लिए नर्स और अन्य मेडिकल स्टाफ को लीग के खत्म होने तक उन्हीं 14 होटलों में ठहराया गया है, जिसमें खिलाड़ी हैं।
वीपीएस हेल्थकेयर के सीईओ डॉक्टर शाजिर गफ्फार ने कहा, ‘हमारी टीम आईपीएल के दौरान मेडिकल सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए तैयार है। हम पूरे टूर्नामेंट के दौरान सुरक्षित महौल देने के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं। महामारी के दौरान हाई-प्रोफाइल स्पोर्ट्स इवेंट के मामले में यूएई का स्ट्राइक रेट अच्छा है। आईपीएल के बाद टी20 वर्ल्ड कप भी है। उम्मीद है कि इससे यूएई एक सुरक्षित ग्लोबल स्पोर्टिंग डेस्टिनेशन बनकर उभरेगा।’
आईपीएल के लिए सीमित संख्या में फैंस को स्टेडियम में जाने की अनुमति मिल गई है। 19 सितंबर से यूएई के तीन शहर दुबई, अबूधाबी और शारजाह में इस बहुप्रतीक्षित टी20 लीग का दूसरा फेज खेला जाएगा। पहला मुकाबला दुबई में डिफेंडिंग चैंपियन मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच होगा।
2019 के बाद यह पहला मौका होगा, जब फैंस की मौजूदगी में लीग के मुकाबले खेले जाएंगे। हालांकि, लीग के आयोजकों ने यह नहीं बताया कि कितने प्रतिशत फैंस को स्टेडियम में एंट्री मिलेगी। लेकिन सूत्रों के अनुसार, स्टेडियम की क्षमता के 50 प्रतिशत फैंस को एंट्री दी जाएगी।

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