ओवल में 50 साल से नहीं जीता भारत
इस मैदान पर पिछले तीन मैचों में मिली है करारी हार
केनिंग्टन ओवल में भारत के खिलाफ रूट ने दो मैचों में लगाए दो शतक
नई दिल्ली। भारत को लीड्स में एक पारी और 76 रनों से हराकर इंग्लैंड ने न सिर्फ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में जोरदार वापसी की बल्कि सीरीज को 1-1 की बराबरी पर भी ला खड़ा किया। दोनों टीमों के बीच अब चौथा टेस्ट 2 सितम्बर से केनिंग्टन ओवल में खेला जाएगा।
केनिंग्टन ओवल के मैदान पर भारतीय टीम का ट्रैक रिकॉर्ड कुछ खास नहीं रहा है। दरअसल, भारत ने इस मैदान पर कुल 13 टेस्ट खेले हैं और केवल एक में ही जीत दर्ज की है, जबकि पांच मैचों में टीम को हार का सामना करना पड़ा और सात मुकाबले ड्रॉ पर समाप्त हुए। हैरान करने वाली बात ये हैं कि टीम इंडिया को यह एकमात्र जीत आज से ठीक 50 साल पहले 1971 के इंग्लैंड दौरे पर मिली थी। 1971 में अजीत वाड़ेकर की कप्तानी वाली भारतीय टीम ने इंग्लैंड को 4 विकेट से हराया था।
भारत लगा चुका है हार की हैट्रिक
केनिंग्टन ओवल में भारत ने जो पिछले तीनों टेस्ट खेले हैं सभी में टीम का हार नसीब हुई है। साल 2011 में मेजबान इंग्लैंड ने भारत को एक पारी और 8 रन से हराया था, जबकि 2014 में एक पारी और 244 रनों से बड़ी हार का मुंह देखना पड़ा था। 2018 के इंग्लैंड दौरे पर एलिस्टर कुक एंड कंपनी ने भारत को 118 रनों से धूल चटाई थी।
रूट को खासा रास आता है यह मैदान
इंग्लैंड टेस्ट टीम के कप्तान जो रूट इस समय अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में हैं। पहले तीन मैचों में उन्होंने 126.75 की औसत के साथ 507 रन बनाए हैं। अभी तक हर के मुकाबले में जो रूट के बल्ले से शतकीय पारी देखने को मिली है।
भारत के लिए चिंता का विषय यह है कि केनिंग्टन ओवल में भारत के खिलाफ रूट ने सिर्फ दो टेस्ट खेले हैं और दोनों में शतक लगाया है। टीम इंडिया के खिलाफ इस मैदान पर खेले 2 टेस्ट मैचों में रूट ने 137 की औसत के साथ कुल 274 रन बनाए हैं और दोनों पारियों में शतक लगाया है।