मैं बता नहीं सकता कि कैसा महसूस कर रहा हूं

गोल्ड मेडल जीतने के बाद बोले सुमित
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
सुमित अंतिल अपने पहले ही पैरालम्पिक में स्वर्ण पदक जीतने में सफल रहे। 23 वर्षीय सुमित ने सोमवार को टोक्यो में चल रहे पैरालम्पिक खेलों के भाला फेंक की एफ-64 स्पर्धा के फाइनल में नया कीर्तिमान बनाया। उन्होंने छह प्रयास में तीन बार अपने ही विश्व रिकॉर्ड को तोड़ा। वे हर एक थ्रो के साथ रिकॉर्ड बुक के पन्नों को पलटते रहे और अंत में नए विश्व रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया।
सुमित ने जीत के बाद मीडिया से बातचीत में अपनी खुशी जाहिर की और मन की बात साझा की। उन्होंने कहा कि वह अपने प्रदर्शन से खुश हैं। लेकिन वह 70 मीटर के आंकड़े को हासिल करना चाहते थे। सुमित ने कहा, 'मैं 70 मीटर के मार्क को छूना चाहता था लेकिन मैं अपने प्रदर्शन से खुश हूं। एक ही कम्पटीशन में तीन बार विश्व रिकॉर्ड तोड़ना और गोल्ड मेडल जीतना, मैं नहीं बता सकता कि अभी कैसा महसूस कर रहा हूं। ईमानदारी से बताऊं तो मैं अभी शून्य हो गया हूं।
भारतीय खिलाड़ी ने कहा, 'यह मेरा पहला पैरालंपिक था तो दबाव काफी था, लोगों को मुझसे बहुत उम्मीदें भी थीं। दबाव था इसलिए मैं दो रात से सो भी नहीं पाया था। लेकिन मैं अब अपने प्रदर्शन से खुश हूं।' सुमित ने अपने परिवार, साई, पीसीआई और अपने कोचों को धन्यवाद दिया। साथ ही उन्होंने देश के लोगों को भी समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया।

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