राजीव इंटरनेशनल स्कूल के छात्र प्रिंस ने बढ़ाया मथुरा का मान
ओपन नेशनल ताइक्वांडो प्रतियोगिता में जीता सिल्वर मेडल
मथुरा। राजीव इंटरनेशनल स्कूल के छात्र-छात्राएं शिक्षा ही नहीं बल्कि अन्य गतिविधियों में भी बेजोड़ हैं। हाल ही आल इंडिया स्पोर्ट्स एकेडमी (अण्डर द मैनेजमेंट आफ कशीष फाउण्डेशन चैरिटेबल ट्रस्ट) के तत्वावधान में जामा एकेडमी के सहयोग से आयोजित प्रथम ओपन नेशनल ताइक्वांडो प्रतियोगिता में राजीव इंटरनेशनल स्कूल के कक्षा नौवीं के छात्र प्रिंस सिंह ने सिल्वर मेडल जीतकर खेलों में समूचे बृज मण्डल का मान बढ़ाया है।
स्कूल के शारीरिक शिक्षक गोविन्द सिंह का कहना है कि प्रिंस सिंह ने ओपन नेशनल ताइक्वांडो की अण्डर-14 क्यूरोगी स्पर्धा में शानदार प्रदर्शन करते हुए रजत पदक जीता। प्रिंस इससे पहले भी जिला और राज्यस्तरीय प्रतियोगिताओं में कई मेडल जीत चुका है। प्रिंस की इस शानदार सफलता पर आर.के. एज्यूकेशनल हब के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल, मैनेजिंग डायरेक्टर मनोज अग्रवाल, स्कूल की शैक्षिक संयोजिका प्रिया मदान, कशीष फाउण्डेशन ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. कृष्णजीत सिंह नागर, आल इंडिया स्पोर्ट्स एकेडमी के जिला अध्यक्ष डॉ. रोहित सिंह, आल इंडिया स्पोर्ट्स एकेडमी की जिला सचिव पिंकी वर्मा, आल इंडिया स्पोर्ट्स एकेडमी के कोषाध्यक्ष आरिफ कुरैशी तथा संयुक्त सचिव सलमान कुरैशी आदि ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए छात्र के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
प्रिंस की शानदार सफलता पर खुशी जताते हुए आर.के. एज्यूकेशनल हब के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने कहा कि शैक्षिक जीवन में खेलों का बहुत महत्व है। खेलों से तन-मन दोनों स्वस्थ रहते हैं। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि आज के समय में खेल समय की बर्बादी नहीं बल्कि अच्छा करिअर बनाने का माध्यम भी हैं। उन्होंने टोक्यो ओलम्पिक में शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों का उदाहरण देते हुए कहा कि राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मेडल जीतकर कोई भी युवा अपने सपनों को पंख लगा सकता है। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि कोरोना संक्रमण के बावजूद जो खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खेल मंचों पर मेडल जीत रहे हैं, उनकी जितनी प्रशंसा की जाए वह कम है।
स्कूल के मैनेजिंग डायरेक्टर मनोज अग्रवाल का कहना है कि राजीव इंटरनेशनल स्कूल शिक्षा के साथ ही छात्र-छात्राओं को हर गतिविधि में हिस्सा दिलाकर उनका सम्पूर्ण व्यक्तित्व विकास करता है। श्री अग्रवाल ने प्रिंस की सफलता को समूचे बृज मण्डल के लिए गौरवपूर्ण उपलब्धि मानते हुए कहा कि हर छात्र और छात्रा को कुछ समय खेलों के लिए अवश्य देना चाहिए ताकि वे अपने आपको तरोताजा रख सकें।