विवेक सागर होंगे मध्यप्रदेश शासन में डीएसपी

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने किया विवेक सागर का सम्मान
परिवार को पक्का मकान दिलवाएगी प्रदेश सरकार
खेलपथ संवाद
भोपाल।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश सरकार ओलम्पिक हॉकी खिलाड़ी विवेक सागर के परिवार को पक्का मकान दिलवाएगी। विवेक सागर का परिवार जिस नगर या ग्राम में मकान चाहेगा, वहीं उपलब्ध करवाया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विवेक सागर को मध्यप्रदेश शासन में डी.एस.पी. (उप पुलिस अधीक्षक) का पद देने की भी घोषणा की। 
मुख्यमंत्री श्री  चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के खिलाड़ियों को प्रोत्साहित किया है, वे हमारी प्रेरणा हैं। राज्यों को इस दिशा में रूचि लेकर खिलाड़ियों को आवश्यक सुविधाएं दिलवाना है, जिससे वे स्वर्णिम इतिहास रच सकें। टोक्यो ओलम्पिक में भारत को हॉकी में मिला कांस्य पदक सिर्फ पदक नहीं है बल्कि यह हॉकी का पुनर्जागरण है। आज मध्यप्रदेश की माटी के लाल इटारसी निवासी विवेक सागर के ओलम्पिक में श्रेष्ठ प्रदर्शन से हम सभी गर्व से भरे हुए हैं। मध्यप्रदेश का मंत्रिमंडल विवेक सागर का स्वागत और सम्मान कर रहा है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस पर मिंटो हाल सभागार में मध्यप्रदेश के टोक्यो ओलम्पिक- 2020 के पदक विजेता और प्रतिभागियों के सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे।  इस अवसर पर भारतीय हॉकी टीम के सदस्य विवेक सागर सहित अन्य खेल प्रतिभाओं का सम्मान किया गया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विवेक सागर को अपने हाथों से ओलम्पिक का कांस्य पदक पहनाया और खुशी से अभिभूत होकर अपने सीने से लगाया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कार्यक्रम में अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी विवेक सागर को शाल और सम्मान निधि देकर सम्मानित किया। विवेक सागर को एक करोड़ रूपये की सम्मान निधि प्रदान की गई। इसके साथ ही भारतीय हॉकी टीम के सहायक प्रशिक्षक शिवेन्द्र सिंह को 25 लाख रूपये की सम्मान निधि देने की घोषणा की। 
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जिद, जुनून और जज़्बा हो तो आसानी से सफलता मिलती है। आप खिलाड़ियों को भरपूर सुविधाएं दीजिए फिर देखियें वे कैसे चमत्कार करते हैं। विवेक सागर साधारण परिवार के सदस्य हैं। उनके पिता शिक्षक हैं। खेल में रूचि रखने वाले बच्चों के माता-पिता बच्चों को पढ़ाई के साथ खेलने का भी अवसर दें। इससे खेल प्रतिभाएं प्रोत्साहित होंगी। मध्यप्रदेश में विश्वस्तरीय खेल संस्थान विकसित होंगे। मध्य प्रदेश राज्य को विश्वस्तरीय बताते हुए उन्होंने कहा कि शूटिंग अकादमी भी अद्भुत है। खेलों के विकास के लिए पर्याप्त बजट की व्यवस्था की गई है। 
भविष्य में भी सभी आवश्यक कदम निरंतर उठाये जायेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया और खेल विभाग की टीम सफलताओं के लिए बधाई की पात्र है। मध्यप्रदेश के खिलाड़ी परिश्रम के साथ खेल अभ्यास कर रहे हैं। आने वाले समय में हम अनेक खेलों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गोल्ड मेडल हासिल करेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आज हमने हॉकी में दुनिया के सामने अपनी श्रेष्ठता सिद्ध कर दिखाई है। महिला हॉकी में भी भारत का भविष्य उज्ज्वल है। ओलम्पिक में भारतीय महिला हॉकी टीम चौथे नम्बर पर रही। वे आखिरी मैच हारीं जरूर लेकिन अच्छे खेल प्रदर्शन से देशवासियों का दिल जीत लिया। मध्यप्रदेश सरकार महिला हॉकी टीम की प्रत्येक खिलाड़ी को 31-31 लाख रूपये देकर सम्मानित करेगी। श्री चौहान ने कहा कि आज भोपाल के स्मार्ट पार्क में हॉकी पुनर्जागरण के प्रति तीन पौधे भी लगाये गये हैं।
प्रशिक्षण में मिली भरपूर मदद
सम्मान कार्यक्रम में हॉकी खिलाड़ी विवेक सागर ने कहा कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री चौहान ने खेलप्रेम का परिचय दिया है। आज प्राप्त सम्मान के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री श्री चौहान का आभार व्यक्त किया। विवेक सागर ने बताया कि उन्हें हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत ने कहा था कि खोने के लिए हमारे पास कुछ नहीं है। मुझे मित्रों और परिवार के सदस्यों का पूरा सहयोग रहा। मध्यप्रदेश की खेल अकादमी में उन्होंने वर्ष 2013 में ज्वाइन किया था। यहां अच्छे प्रशिक्षक, डाइट, उच्च स्तरीय खेल सामग्री और उपकरण की सुविधा मिली। अन्य लोगों ने तो प्रेरित किया ही लेकिन किसी भी खिलाड़ी के लिए स्वप्रेरणा का भी अपना महत्व है। अनुशासन, कड़ी मेहनत और सभी के प्रति सम्मान भाव रखने से सफलता मिलती है। श्री विवेक सागर ने खेल मंत्री तथा उन्हें हॉकी में लाने वाले गजेंद्र पटेल और खेल अकादमी के समस्त हॉकी प्रशिक्षक एवं स्टाफ सदस्यों का भी आभार माना।  
खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि दिसम्बर 2005 में उन्हें मुख्यमंत्री श्री चौहान ने खेल विभाग का जिम्मा दिया था। तब उन्होंने यह भी कहा था कि मुझे ओलम्पिक मेडल चाहिए। वर्ष 2006 से 2021 तक के लम्बे सफर में मुख्यमंत्री श्री चौहान सफलता का आधार बने रहे। वे पूरे प्रयासों से परिचित हैं। खेल विभाग का बजट बढ़ाने से लेकर खिलाड़ियों के प्रोत्साहन तक हर कदम में मुख्यमंत्री श्री चौहान का साथ रहा है। हम कई वर्ष से ओलम्पिक के द्वार पर पदक प्राप्ति के लिए दस्तक दे रहे थे। विवेक सागर ने इस द्वार को खोला है।
सांसद और मध्यप्रदेश ओलम्पिक संघ के उपाध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि मध्यप्रदेश में 18 खेल अकादमी हैं। खेलों के उन्नयन के लिए सभी कदम उठाये गये हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री चौहान ने खिलाड़ियों की हिम्मत बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। विधान सभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि यदि बीज को खाद और पानी मिले तो पौधा और वृक्ष बनने में देर नहीं लगती। यही बात खिलाड़ियों के साथ भी लागू होती है। मध्यप्रदेश की खेल प्रतिभाएं आने वाले वर्षों में और अधिक सफलताएं प्राप्त करेंगी। कार्यक्रम में मंत्रिमंडल के अनेक सदस्यों के साथ ही मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी, खेल प्रशिक्षक और बड़ी संख्या में खेलप्रेमी उपस्थित थे।
ये प्रतिभाएं हुईं सम्मानित
मुख्यमंत्री चौहान ने अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी विवेक सागर के साथ ही उनके पिता रोहित प्रसाद और उनकी माता कमला देवी का भी सम्मान किया। खेल एवं युवक कल्याण विभाग ने प्रतिभावान खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों के सम्मान का भी निर्णय लिया था। इस क्रम में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पूर्व ओलम्पिक खिलाड़ी और प्रख्यात हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के सुपुत्र अशोक कुमार का भी सम्मान किया। श्री अशोक कुमार ने विवेक सागर को भी प्रशिक्षण दिया है। 
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भारतीय पुरूष हॉकी टीम के सहायक प्रशिक्षक शिवेन्द्र सिंह तथा भारतीय शूटिंग टीम में शामिल ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर को भी सम्मानित किया। खेल विभाग द्वारा संचालित शूटिंग अकादमी में प्रशिक्षणरत मध्यप्रदेश के खरगोन जिला निवासी ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर ने टोक्यो ओलम्पिक में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर को दस लाख रूपये की सम्मान निधि प्रदान की।
पैरा ओलम्पिक में भी मध्यप्रदेश के खिलाड़ी
टोक्यो में इसी महीने से हो रहे पैरा ओलम्पिक में भी मध्यप्रदेश में प्रशिक्षित दो प्रतिभाएं हिस्सा ले रही हैं। कयाकिंग-कैनोइंग में भिंड जिले की प्राची यादव एवं हाईजम्प में शरद कुमार हिस्सा लेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इन दोनों खिलाड़ियों का भी सम्मान किया। संचालक खेल पवन कुमार जैन ने अतिथियों को स्मृति चिह्न प्रदान किए और सभी आमंत्रितों का आभार व्यक्त करते हुए बताया कि मध्यप्रदेश में प्रशिक्षित पांच हॉकी खिलाड़ी टोक्यो ओलम्पिक की भारतीय महिला हॉकी टीम में शामिल हुई हैं। यह ओलम्पिक कोरोना काल के बाद खुशियां लेकर आया है। प्रदेश में आगामी 24 अगस्त से टैलेंट सर्च शुरू किया जा रहा है। इससे अनेक खेल प्रतिभाएं सामने आयेंगी। कार्यक्रम में मध्यप्रदेश के खेल परिदृश्य पर केंद्रित एक लघु फिल्म भी दिखाई गई।
प्रदेश के खिलाड़ियों का स्मरण
सम्मान कार्यक्रम में उपस्थित खेल संगठनों के पदाधिकारियों और खेलप्रेमियों ने भोपाल और मध्यप्रदेश से जुड़े अनेक ओलम्पिक खिलाड़ियों को याद किया। इनमें वर्ष 1975 में ओलंपिक में भारत को पदक दिलवाने वाले असलम शेर खान, वर्ष 1984 लॉस एंजिल्स के ओलम्पिक में भारतीय टीम के सदस्य जलालुद्दीन और वर्ष 2000 सिडनी ओलम्पिक में भारतीय टीम के खिलाड़ी समीर दाद तथा भारतीय महिला हॉकी टीम में कप्तान रहीं अर्जुन अवार्डी स्वर्गीय सुनीता चंद्रा शामिल हैं।

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