टोक्यो पहुंचा भारतीय खिलाड़ियों का पहला जत्था

खेल गांव में जमाया डेरा
टोक्यो।
ओलंपिक में कुछ कर गुजरने के लक्ष्य के साथ भारतीय दल का पहला जत्था 23 जुलाई से शुरू होने वाले खेलों के लिये रविवार सुबह यहां पहुंचा तथा हवाई अड्डे पर कोविड-19 से जुड़े कड़े दिशानिर्देशों का पालन करने के बाद उन्होंने खेल गांव में प्रवेश किया। भारत के पहले जत्थे में 88 सदस्य शामिल हैं। उन्हें कल रात नयी दिल्ली में भव्य विदाई दी गयी। 
इस बीच निशानेबाज और मुक्केबाज क्रोएशिया और इटली से जापान की राजधानी पहुंचे। भारत से यात्रा करने वाले दल में तीरंदाजी, बैडमिंटन, टेबल टेनिस, हॉकी में पुरुष और महिला वर्ग की टीमें, जूडो, जिम्नास्टिक और तैराकी के खिलाड़ी, सहयोगी स्टाफ और अधिकारी शामिल हैं। वे नयी दिल्ली से विशेष विमान से टोक्यो पहुंचे। इस दल के एक सदस्य ने कहा, ‘टोक्यो हवाई अड्डे पर छह घंटे तक इंतजार करना पड़ा। 
हमारा कोविड-19 के लिये परीक्षण हुआ लेकिन ऐसी उम्मीद थी। सभी जांच सही रहने के बाद ही हम खेल गांव पहुंचे हैं।’ भारतीय दल ऐसे दिन खेल गांव में पहुंचा जबकि वहां रहने वाले दो खिलाड़ियों और ओलंपिक के लिये नामित होटल में ठहरे एक खिलाड़ी का कोविड-19 के लिये किया गया परीक्षण पॉजिटिव आया है। भारतीय खिलाड़ियों का हवाई अड्डे पर कुरोबे शहर के प्रतिनिधियों ने स्वागत किया। उनके हाथों में बैनर थे जिन पर लिखा था, ‘कुरोबे भारतीय खिलाड़ियों का समर्थन करता है। 
#चीयर्स4इंडिया।’ इससे पहले शनिवार रात खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने नयी दिल्ली में इंदिरा गांधी हवाई अड्डे पर हर्ष ध्वनि, तालियों की गड़गड़ाहट और शुभकामना संदेशों के साथ भारतीय दल को औपचारिक विदाई दी। भारत के कुछ खिलाड़ी विदेशों में अपने अभ्यास स्थलों से पहले ही टोक्यो पहुंच चुके हैं। भारत की एकमात्र भारोत्तोलक मीराबाई चानू अमेरिका के सेंट लुई में अपने अभ्यास स्थल से शुक्रवार को टोक्यो पहुंची। मुक्केबाज और निशानेबाज इटली और क्रोएशिया में अपने अभ्यास स्थलों से यहां पहुंचे हैं। भारत का 228 सदस्यीय दल ओलंपिक में भाग लेगा जिसमें 126 खिलाड़ी शामिल हैं।

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