मैं मजबूती के साथ वापसी करूंगीः हिमा दास

ओलम्पिक में खेलने का सपना टूटा
नई दिल्ली।
भारत की महिला फर्राटा धावक हिमा दास का ओलम्पिक में अपने देश का प्रतिनिधत्व करने का सपना टूट गया है। दरअसल, मांसपेशी की चोट के कारण वह 2018 एशियाई खेलों के बाद तीन टूर्नामेंट ही खेल सकीं। बीते दिनों वह 100 मीटर की हीट में भाग लेते समय हैमस्ट्रिंग चोट का शिकार हो गई थीं। इसके अलावा महिलाओं की 4x100 मीटर रिले टीम भी क्वालीफाई नहीं कर सकीं, जिसका वह हिस्सा हैं। 
हिमा ने 200 मीटर फाइनल के जरिए भी क्वालीफाई करने की कोशिश की लेकिन पांचवें स्थान पर रहीं। हिमा ने ट्वीट किया, चोट के कारण मैं अपना पहला ओलम्पिक मिस करूंगी। मैं 100 और 200 मीटर में क्वालीफिकेशन हासिल करने के नजदीक थी। मैं अपने कोच और सपोर्ट स्टाफ को धन्यवाद देना चाहूंगी, जिन्होंने हमेशा मेरा सपोर्ट किया। मैं मजबूती के साथ वापसी करूंगी। मैं अब 2022 एशियाई खेलों, 2022 राष्ट्रमंडल खेलों और विश्व चैंपियनशिप 2022 की तैयारी पर ध्यान केंद्रित करूंगी।'
गौरतलब है कि बीते दिनों खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने हिमा को दिल छोटा न करने की सलाह दी थी। उन्होंने कहा था कि हिमा ओलम्पिक में चूकने की वजह से अपने दिल को छोटा न करें। रिजिजू ने ट्वीट किया था, 'इंजरी होना एथलीट के जीवन का हिस्सा है। हिमा टोक्यो ओलम्पिक में न शामिल होने की वजह से हिम्मत न हारें। 2022 एशियाई खेलों, 2022 राष्ट्रमंडल खेलों और 2024 पेरिस ओलम्पिक की तैयारी करें!'
मालूम हो कि हिमा ने 2018 में फिनलैंड में विश्व जूनियर चैम्पियनशिप में 400 मीटर का स्वर्ण पदक जीतकर सुर्खियां बटोरी थीं। एशियाई खेल 2018 में 400 मीटर में व्यक्तिगत रजत पदक जीतने के अलावा वह स्वर्ण पदक जीतने वाली महिला चार गुणा 400 मीटर रिले और मिश्रित चार गुणा 400 मीटर रिले टीमों का भी हिस्सा थीं।

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