हरियाणवी छोरियों का दिखेगा टोक्यो में दम
16 बेटियां ओलम्पिक में दिखाएंगी कौशल
खेलपथ संवाद
सोनीपत (हरियाणा)। कभी बेटियों को कोख में ही मार देने के लिए अभिशप्त हरियाणा अब पूरी तरह बदलता दिख रहा है। वजह यहां की बेटियों का खेल के क्षेत्र में सिक्का जमाना है। अब तो हरियाणा के लोग बात-बात में कहते हैं कि म्हारी छोरियां छोरों से कम हैं के।
म्हारी छोरियां छोरों से कम हैं के..आमिर खान की फिल्म दंगल के इस संवाद ने बेटियों के प्रति समाज की सोच ही नहीं बदली बल्कि अभावों के बीच उन्हें अपनी उड़ान भरने के लिए नई आशाओं का नया आसमान भी दिखाया। इस बार हरियाणा की 16 बेटियों ने टोक्यो ओलम्पिक के लिए जाने वाले भारतीय दल में जगह बनाकर अपना लोहा मनवाया है वहीं बेटियों के मुकाबले मात्र 13 बेटे ही दल में जगह बना पाए हैं।
टोक्यो ओलम्पिक के लिए प्रदेश के 29 खिलाड़ी टिकट पक्का कर चुके हैं। हॉकी टीम का चयन होने से पहले तक 11 पुरुष और मात्र सात महिला खिलाड़ियों का ओलम्पिक में खेलना तय था। भारतीय महिला हॉकी टीम की घोषणा के बाद बेटियों ने इस बार भी दल में अपना दबदबा बना लिया। हरियाणा की 16 बेटियां इस बार ओलम्पिक खेलेंगी और उनके मुकाबले मात्र 13 पुरुष खिलाड़ी ही चयनित हुए हैं। पिछले ओलम्पिक में भारतीय दल में हरियाणा के 19 खिलाड़ी शामिल थे। इनमें 11 बेटियां और 8 पुरुष खिलाड़ी शामिल थे।
प्रदेश के आठ खिलाड़ी लगातार दूसरी बार ओलंपिक में खेलेंगे। इनमें पांच महिला और तीन पुरुष खिलाड़ी हैं। महिला खिलाड़ियों में हॉकी में रानी रामपाल, सविता पूनिया, मोनिका मलिक, नवजोत कौर और पहलवान विनेश फौगाट हैं। वहीं पुरुष खिलाड़ियों में बॉक्सिंग में विकास कृष्ण, हॉकी में सुरेंद्र कुमार, एथलेटिक्स में संदीप कुमार शामिल हैं।
ओलंपिक में जगह बनाने वाली महिला खिलाड़ियों में कुश्ती में विनेश फोगाट, अंशू मलिक, सोनम मलिक, सीमा, शूटिंग में यशस्वनी, मनु भाकर, बॉक्सिंग में पूजा, हॉकी में रानी रामपाल, सविता पूनिया, मोनिका मलिक, नवजोत कौर, नवनीत कौर, नेहा गोयल, निशा, शर्मिला, उदिता शामिल हैं वहीं ओलम्पिक में जगह बनाने वाले पुरुष खिलाड़ियों में कुश्ती में बजरंग पूनिया, दीपक पूनिया, रवि दहिया, हॉकी में सुमित, सुरेंद्र कुमार, बॉक्सिंग में अमित पंघाल, विकास कृष्ण, मनीष, शूटिंग में अभिषेक, संजीव राजपूत, एथलेटिक्स में नीरज चोपड़ा, संदीप और राहुल शामिल हैं।
अर्जुन अवार्डी व पूर्व कप्तान भारतीय महिला हॉकी टीम प्रीतम सिवाच कहती हैं कि हरियाणा की बेटियां लगातार खेलों में आगे बढ़ रही हैं और अब उनके परिवार भी खूब सहयोग कर रहे हैं। इसलिए भी बेटियों का हौसला बढ़ा है। बेटियों को कभी खुद को किसी भी काम में कमजोर नहीं समझना चाहिए बल्कि हिम्मत के साथ आगे बढ़ना चाहिए। भविष्य में इससे भी ज्यादा बेहतर परिणाम सामने आएंगे।