दुती चंद ने नहीं छोड़ी ओलम्पिक की आस

तो रैंकिंग के हिसाब से मिल सकता है मौका
हां मुझे अपनी जोड़ीदार से प्यार है
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
भारत की दिग्गज महिला धावक दुती चंद से पूरे देश को इस साल टोक्यो में होने वाले ओलम्पिक खेलों में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है। दुती हालांकि अभी तक ओलम्पिक कोटा हासिल नहीं कर पाई हैं। 100 मीटर में ओलम्पिक क्वालीफिकेशन मार्क 11.15 सेकेंड है और अभी तक दुती ने इसको नहीं छुआ है।
इसी महीने उनके पास दो मौके होंगे जब वह यह क्वालीफिकेशन हासिल कर सकती हैं, लेकिन अगर दुती इसमें चूकती हैं तो उनको उम्मीद है कि वह विश्व रैंकिंग के आधार पर टोक्यो का टिकट कटा लेंगी। ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई करने के करीब राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक फर्राटा धावक दुती ने कहा कि उनका लक्ष्य आगामी टोक्यो खेलों में बेहतर समय के साथ 100 मीटर फाइनल में जगह बनाना है।
दुती अब तक 11.15 सेकेंड के ओलम्पिक क्वालीफिकेशन समय को हासिल करने में नाकाम रही हैं लेकिन विश्व रैंकिंग के आधार पर उनके टोक्यो खेलों में जगह बनाने की उम्मीद है। स्पर्धा में हिस्सा लेने वाले 56 धावकों में से 33 क्वालीफिकेशन समय के आधार पर जगह बनाएंगे जबकि बाकियों का चयन रैंकिंग के आधार पर होगा।
पच्चीस साल की दुती का निजी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 11.22 सेकेंड है और अभी वह विश्व एथलेटिक्स रोड टू टोक्यो सूची में 42वें स्थान पर चल रही हैं। इस सूची में वे खिलाड़ी भी शामिल हैं जिन्होंने बेहतर समय निकालकर स्पर्धा में जगह बना ली है। क्वालीफिकेशन की अंतिम समय सीमा 29 जून है और स्पर्धा में जगह बनाने वालों की अंतिम सूची एक जुलाई को जारी होगी।
अपना सर्वश्रेष्ठ दूंगी
दुती ने ऑनलाइन प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘‘मैं 21 जून को इंडियन ग्रांप्री 4 और राष्ट्रीय अंतरराज्यीय चैम्पियनशिप (25 से 29 जून) के दौरान 11.15 सेकेंड के समय को हासिल करने का सर्वश्रेष्ठ प्रयास करूंगी। अगर ऐसा नहीं होता है तो मुझे रैंकिंग के आधार पर क्वालीफाई करने की उम्मीद है। टोक्यो में मेरा लक्ष्य 11.10 सेकेंड से कम समय में रेस पूरी करना है। ओलम्पिक सबसे बड़ी प्रतियोगिता है, काफी धावक हैं जो 11 सेकेंड के आसपास या इससे कम समय लेती हैं।’’
दुती को देश में कोविड-19 स्थिति के कारण भारतीयों पर यात्रा पाबंदियों के चलते मई में पोलैंड में विश्व रिले चैम्पियनशिप और किर्गिस्तान तथा कजाखस्तान में दो प्रतियोगिताओं में हिस्सा नहीं ले जाने का मलाल है। उन्होंने कहा, ‘‘ट्रेनिंग प्रतियोगिता के कार्यक्रम में काफी बदलाव हुआ है (महामारी के कारण)। मुझे अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में हिस्सा नहीं ले पाने की निराशा है लेकिन इसमें कोई कुछ नहीं कर सकता।” अभी एनआईएस पटियाला में राष्ट्रीय शिविर में हिस्सा ले रही दुती ने कहा, ‘‘अगर हम पोलैंड में विश्व रिले में हिस्सा लेते तो हमारी चार गुणा 100 मीटर रिले टीम ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई कर चुकी होती।’’
ओलम्पिक की महिला चार गुणा 100 मीटर रिले स्पर्धा में 16 टीमें हिस्सा लेंगी और भारत रोड टू टोक्यो सूची में अभी 43.05 सेकेंड के समय के साथ 16वें स्थान पर चल रहा है। दुती ने कहा कि ट्रेनिंग के लिहाज से अगला एक महीना महत्वपूर्ण होगा और उनका लक्ष्य अपने समय में सुधार करने का है। उन्होंने बताया कि वह सुबह छह से 10 बजे ट्रेनिंग करने के बाद दोपहर में आराम करती हैं और फिर शाम को छह से आठ बजे तक दोबारा ट्रेनिंग करती हैं।
ओडिशा में अपने ही गांव की एक महिला से संबंध से उठे विवाद के बारे में पूछने पर दुती ने कहा, ‘‘किसी और इंसान से प्यार करना क्या गुनाह है? कोई दूसरे लिंग के व्यक्ति से प्यार कर सकता है और कोई समान लिंग के इंसान से, समस्या कहां है? कुछ लोग मुझे इस तरह देखते हैं कि मैं विवाद पैदा करती हूं लेकिन यह किसी की पसंद पर निर्भर करता है। मुझे अपनी जोड़ीदार से प्यार है जो एक महिला है और वह भी मुझे प्यार करती है। मैंने उसे बाध्य नहीं किया। हम एक साथ जीवन बिताना चाहते हैं।’’

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