ओलम्पिक में दिमाग को शांत रख लेने होंगे निर्णयः नवनीत कौर

मैं ओलम्पिक खेलों की 16 सदस्यीय टीम में जगह बनाने को आश्वस्त
खेलपथ संवाद
बेंगलुरु।
भारतीय महिला हॉकी टीम की खिलाड़ी नवनीत कौर का मानना ​​है कि उनकी टीम के पास दुनिया की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के खिलाफ प्रतिस्पर्धा करने का पूरा कौशल है लेकिन आगामी ओलम्पिक में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए उन्हें कठिन परिस्थितियों में सही निर्णय लेना होगा और दिमाग को शांत रखना होगा। 
भारत के लिए 79 मैच खेल चुकी नवनीत ने कहा कि टीम को 23 जुलाई से शुरू हो रहे टोक्यो ओलम्पिक के दौरान गलतियों को कम करने की कोशिश करनी होगी। उन्होंने कहा कि मैदान पर हालांकि महत्वपूर्ण निर्णय लेना किसी भी टीम के लिए अहम होता है। इसलिए चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में शांत रहना हमारे लिए बहुत जरूरी होगा। 
भारतीय महिला हॉकी टीम की फारवर्ड नवनीत कौर टोक्यो में अपने पहले ओलम्पिक खेलों में भाग लेने को लेकर बेहद उत्साहित है। नवनीत को उम्मीद है कि भारतीय टीम इन खेलों में अच्छा प्रदर्शन करेगी। यह युवा खिलाड़ी अभी भारतीय खेल प्राधिकरण (एसएआई) की ओर से बेंगलुरु में आयोजित राष्ट्रीय शिविर में अभ्यास कर रही है। नवनीत ने कहा कि मैं ओलम्पिक खेलों के लिए 16 सदस्यीय टीम में जगह बनाने को लेकर आश्वस्त होने के साथ ही इसमें बेहतर प्रदर्शन के लिए तैयार हूं।
नवनीत ने कहा कि इससे पहले हुए रियो ओलम्पिक में भारतीय टीम पहली बार खेल रही थी, ऐसे में उसे विश्व की शीर्ष टीमों के खिलाफ खेलने का अनुभव हासिल नहीं हुआ था पर इस बार ऐसा नहीं है। पिछले कुछ समय के अंदर टीम ने विश्व की बड़ी टीमों के खिलाफ लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है। टीम का फिटनेस स्तर भी बेहतर हुआ है। इसके साथ ही रणनीतिक रूप से बेहतर होने के लिए टीम पूरे प्रयास कर रही है। वहीं मेरा सपना ओलंपिक में जगह बनाने पर है। नवनीत ने अब तक 79 मैच खेले हैं और वह अग्रिम पंक्ति में खेलने वाली अनुभवी फारवर्ड खिलाड़ियों में मानी जाती हैं।
इस खिलाड़ी ने कहा कि लय बनाने की जिम्मेदारी अग्रिम पंक्ति पर ही होती है हालांकि गोल करने के लिए सभी खिलाड़ियों को मिलकर प्रयास करना होता है। हमें साल के शुरू में मैच अभ्यास का मौका मिला और इस दौरान हुए दौरों से हमें काफी सबक भी मिले। कुल मिलाकर टीम हर क्षेत्र में बेहतर हुई है। नवनीत ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण हम पहले ही कई अभ्यास नहीं कर पाये हैं। अधिक समय गंवाना निराशाजनक था, पर इस मुश्किल समय के दौरान अपनी सुरक्षा सबसे पहले आती है और मैं हॉकी इंडिया और प्रबंधन को धन्यवाद देना चाहती हूं कि उन्होंने मुझे और मेरे साथियों को संक्रमण से जल्दी ठीक होने में सहायता की।

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