पहलवान रवि दहिया का लक्ष्य ओलम्पिक का स्वर्ण

57 किलोग्राम भारवर्ग में है दावेदारी
आजकल पोलैंड में कर रहे हैं अभ्यास 
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
जापान के टोक्यो में इस साल खेलों के महाकुंभ ओलम्पिक का आयोजन होना है। भारतीय पहलवानी टीम शानदार फॉर्म में चल रही है और इस बार इस इवेंट में पदक आने की उम्मीद है। महिला और पुरुष दोनों ही स्पर्धा में टीम का लक्ष्य गोल्ड मेडल हासिल करने का है। भारतीय पहलवान रवि दहिया भी अपने पदक की उम्मीदों के पक्का करने के लिए जमकर मेहनत कर रहे हैं।
भारतीय पहलवान रवि दहिया का सपना टोक्यो ओलम्पिक में स्वर्ण पदक जीतकर शान से तिरंगा फहराने का है। इसके लिए रवि जी-तोड़ मेहनत कर रहे हैं। पोलैंड ओपन चैम्पियनशिप खेलने गए रवि आजकल पोलैंड में ही अभ्यास कर रहे हैं। उनकी तैयारियां सही दिशा में बढ़ रही हैं।
रवि 57 किग्रा भारवर्ग में ओलंपिक कोटा हासिल कर चुके हैं। टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण जीतकर देश का मान बढ़ाने के लिए आजकल रवि रोजाना छह घंटे अभ्यास कर रहे हैं। आठ से 12 जून तक पोलैंड के वारसॉ में हुई पोलैंड ओपन चैपिंयनशिप में रवि के भारवर्ग के विश्व के तीन सर्वश्रेष्ठ पहलवान आए थे। इनमें सभी को रवि ने हरा दिया, लेकिन सबसे पहले जिस पहलवान को हराया था, फाइनल में रवि को उसके हाथों हार का सामना करते हुए रजत पदक से संतोष करना पड़ा।
रवि ने बताया कि भले ही वह फाइनल में हार गए हों, लेकिन उसी पहलवान को हराते हुए वह फाइनल में पहुंचे थे। उस पहलवान से उनका बराबर का मुकाबला है। रवि ने बताया कि उनकी तैयारियां सही दिशा में बढ़ रही हैं। अब ओलंपिक तक वह विदेश में रहकर ही अभ्यास करेंगे।
रवि की उपलब्धियां: रवि ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई बार पदक जीतकर देश का नाम रोशन किया है। उन्होंने वर्ष 2013 में पहली बार अंतरराष्ट्रीय मुकाबले में रजत पदक जीता था। वर्ष 2014 में जूनियर राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में रजत पदक, वर्ष 2019 में विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता। रवि अपने भारवर्ग में वर्ष 2019 और 2020 लगातार दो साल एशियाई चैम्पियन रहे हैं।

 

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