विकास का सपना ओलम्पिक में स्वर्ण पदक हो अपना

टोक्यो ओलम्पिक के लिए तैयारी पूरी
खेलपथ संवाद
भिवानी।
आंख के पास कट लगने से दुबई एशियन चैम्पियनशिप में कांस्य पदक से संतोष करने वाले 69 किलोग्राम भार वर्ग के मुक्केबाज विकास कृष्णन टोक्यो ओलम्पिक में स्वर्ण पदक पर निगाहें जमाए हुए हैं। वह दुबई से लौट आए हैं और अपने फार्म हाउस पर आराम कर रहे हैं। वह जल्द ही अपने तीसरे ओलम्पिक की तैयारियों में जुटेंगे और 23 जुलाई से शुरू होने वाले दुनिया के सबसे बड़े खेल महाकुंभ में पूरी ऊर्जा के साथ रिंग में उतरेंगे।
विकास कहते हैं कि 2012 व 2016 ओलम्पिक के बाद अब मेरे पास तीसरे ओलम्पिक में स्वर्ण जीतने का स्वर्णिम मौका है। मैं इसे हर हाल में भुनाना चाहूंगा। ओलम्पिक से पहले सबसे बड़ी प्रतियोगिता एशियन चैम्पियनशिप में आंख के पास चोट लगने से मैं स्वर्ण पदक से चूक गया, अन्यथा इसके लिए मैंने पूरी तैयारी की थी। टोक्यो ओलम्पिक में मैं खेलप्रेमियों की उम्मीदों पर 100 फीसदी खरा उतरने के लिए रिंग में उतरूंगा। मुझे भरोसा है कि मैं टोक्यो ओलम्पिक में खेलप्रेमियों की स्वर्ण पदक की उम्मीद अवश्य पूरी करूंगा।
10 फरवरी, 1992 को हिसार के सिंघवा खास गांव में जन्मे विकास कहते हैं कि मैं फिलहाल अपने घर पर माता-पिता व बच्चों के साथ हूं। थोड़ा चोटिल होने के चलते आराम कर रहा हूं। अब जल्द ही तैयारी में लगूंगा। इससे पहले लॉकडाउन के चलते नियमित रूप से पटियाला कैंप में भी अभ्यास चलता रहा। इसके बाद ओलम्पिक क्वालीफाई मुकाबलों में रहा व फिर दुबई एशियन चैम्पियनशिप में खेलने के बाद अब घर लौटा हूं। टोक्यो ओलम्पिक के लिए तैयारी पूरी है।

 

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