टोक्यो ओलम्पिक खेलों का विदेशी पर्यटक नहीं उठा सकेंगे लुत्फ

घरेलू दर्शकों पर फैसला बाकी, कम्पनियां रद्द कर रहीं कैम्पेन
टोक्यो।
टोक्यो ओलंपिक खेल 23 जुलाई से शुरू होने हैं। इसके आयोजन में दो महीने से भी कम समय बचे हैं पर कोरोना महामारी और टीकाकरण की धीमी रफ्तार ने जापान को ओलंपिक आयोजन में बैकफुट पर ला दिया है। फिलहाल, राजधानी टोक्यो और कई दूसरे बड़े शहरों में महामारी की वजह से आपातकाल लागू है। इस बीच ओलंपिक खेलों में विदेशी दर्शकों के आने पर रोक लगा दी गई है। अब चर्चा है कि संभवतः जापान के देसी दर्शकों को भी स्टेडियमों में जाने पर रोक लगा दी जाएगी। 
स्पॉन्सरशिप में पैसा लगाने वाली कंपनियां चिंतित
इस बात से सबसे ज्यादा चिंतित स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की वे 60 कंपनियां हैं, जिन्होंने टोक्यो ओलंपिक खेलों के लिए स्पॉन्सरशिप दी थी। इन कंपनियों ने लगभग 22 हजार करोड़ रुपये दांव पर लगा रखे हैं। पिछले साल ओलंपिक स्थगित होने पर इस साल अनुबंध बढ़ाने के लिए और 1500 करोड़ रुपये खर्च किए गए पर नतीजा उम्मीदों भरा नहीं दिख रहा। कंपनियों की बड़ी चुनौती यह है कि वे अपने एड कैंपेन को कैसे आगे बढ़ाएं या बढ़ाएं भी कि नहीं। असाही को ही लीजिए, इसके पास स्टेडियमों में बीयर, वाइन और सॉफ्ट बीयर बेचने के विशेष अधिकार हैं पर जब तक दर्शकों पर फैसला नहीं होता, वह कुछ तय नहीं कर सकती। दर्शकों को मंजूरी मिल भी गई तो भी सरकार ऑफ-साइट सार्वजनिक स्थलों पर शराब की मंजूरी शायद ही देगी।
सब कुछ छोटे पैमाने पर आयोजित होगा
वहीं, ओलंपिक्स के दौरान ग्लोबल स्पॉन्सर टोयोटा मोटर कॉर्प अपनी इनोवेटिव टेक्नोलॉजी दिखाना चाहती है। उसने एथलीटों और वीआईपी को लाने-ले जाने के लिए 500 मिराई हाइड्रोजन सेडान समेत 3700 गाड़ियां उतारने की योजना बनाई है। एथलीटों के लिए ओलंपिक विलेज में सेल्फ ड्राइविंग पॉड्स की व्यवस्था भी की जानी है। कंपनी से जुड़े सूत्र ने कहा, 'यह सब होगा पर बहुत छोटे पैमाने पर। हमने जो उम्मीद और कल्पना की थी, उससे बहुत-बहुत दूर।'
योजनाओं में हुआ बदलाव
ट्रैवल एजेंसियों जेटीबी कॉर्प और टोबू टॉप टूर्स कंपनी ने भी कई तरह के पैकेज लॉन्च किए, लेकिन अब उन्हें रद्द किया जा सकता है। कंपनियों ने कहा है कि दर्शकों को मंजूरी नहीं मिली या खेल रद्द हुए तो वे उन्हें रिफंड करेंगी। ये जापान के शीर्ष सीईओ को टूर प्रोग्राम देने वाले थे, जिनमें चर्चित हस्तियों और एथलीटों के साथ स्वागत पार्टियां, निजी कार और सैलून शामिल थे। इन योजनाओं को होटल में ठहराने या उपहारों से जुड़े खेलों के टिकटों तक सीमित कर दिया गया है।
वैश्विक प्रायोजक घटा रहे बजट
इधर जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी में मार्केटिंग के एसोसिएट प्रो. क्रिस्टी नॉर्डिएलम ने कहा, ‘विज्ञापनदाता और कंपनियों पर पर्यटकों और प्रतिभागियों की कमी का सीधा प्रभाव पड़ता है। कुछ जापानी कंपनियों ने तो एथलीटों के साथ विज्ञापनों की योजना रद्द कर दी हैं। कुछ शीर्ष वैश्विक प्रायोजक, जिनके अनुबंध 2024 तक वैध हैं, वे टोक्यो में फंडिंग घटाकर 2022 में बीजिंग या 2024 में पेरिस खेलों के लिए बजट रोक रहे हैं।' टोक्यो की एड कंपनी मि. पॉजिटिव के पीटर ग्रासे कहते हैं कि अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के लिए यह मुफीद हो सकता है पर स्थानीय के पास एक ही ओलंपिक है। इसलिए हम हार मानकर नहीं बैठ सकते। हरसंभव कोशिश करेंगे।

रिलेटेड पोस्ट्स