सुशील कुमार पल-पल बदल रहा बयान

जांच के लिए सागर के घर पहुंची क्राइम ब्रांच की टीम
पुलिस ने सुशील के साथ छत्रसाल स्टेडियम में घटना का रीक्रिएशन किया
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
छत्रसाल स्टेडियम में पहलवान सागर मर्डर केस में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम लगातार एक्शन में है। टीम अब जांच के लिए सागर पहलवान के घर पहुंची है। इससे पहले क्राइम ब्रांच की टीम आज सुबह गिरफ्तार रेसलर सुशील कुमार को लेकर छत्रसाल स्टेडियम पहुंची थी। वहां टीम ने घटना का रीक्रिएशन किया। एक घंटे तक जांच-पड़ताल करने के बाद टीम उन्हें लेकर वापस आ गई।
मामले की जांच कर रहे एक बड़े अधिकारी ने बताया कि सुशील लगातार अपने बयान बदल रहे हैं। सुशील ने कहा कि स्टेडियम में पहलवानों की लड़ाई हो रही थी और वे बस मामले को शांत कराने गए थे वहीं, सुशील को नॉर्दर्न रेलवे ने उनके पोस्ट से सस्पेंड कर दिया है। वे नॉर्दर्न रेलवे में सीनियर कार्मिशयल मैनेजर पद पर थे। नॉर्दर्न रेलवे के सीपीआरओ दीपक कुमार ने इसकी पुष्टि की। क्राइम ब्रांच की टीम ने सुशील से यह तीन सवाल पूछे- पहला सवाल सागर और उसके साथी को किडनैप कर किस रास्ते से स्टेडियम लाया गया था? दूसरा सवाल वारदात के वक्त सागर कहां खड़ा था और उन्हें किस जगह पीटा गया? तीसरा सवाल सागर को मारने के बाद सुशील और उसके साथी किस रास्ते से भागे?
पुलिस अधिकारी ने बताया कि सुशील कस्टडी में थोड़ा परेशान है और आसानी से कुछ भी नहीं बता रहा है। क्राइम ब्रांच की टीम अब तमाम सबूत सुशील के सामने रखकर पूछताछ करेगी। जानकारी के मुताबिक, मौके पर से जिस गाड़ी से हथियार बरामद हुए, वह विनोद नाम के व्यक्ति का है और वह सुशील का करीबी है। उसकी धरपकड़ की कोशिश भी की जा रही है। क्राइम ब्रांच की टीम फोरेंसिक एक्सपर्ट के जरिये एक बार फिर मौका-ए-वारदात से सबूत जुटाने में लगी है।
सुशील कुमार की पुलिस हिरासत में पहली रात बेहद तनाव भरी रही। उसे खुद की गलती का अहसास भी शायद होने लगा है। सूत्रों के मुताबिक वह पुलिस अधिकारियों के सामने रोया भी है। देर रात मॉडल टाउन थाने में वह दो बजे तक ठहरा वहीं, सुशील के नीरज बवाना गैंग और लॉरेंस बिश्नोई-काला जठेड़ी गैंग से रिश्ते के भी सबूत मिले हैं। सुशील उनके पारिवारिक समारोह में भी शामिल होते थे।
पुलिस का दावा है कि सुशील के बवाना से संबंध के पुख्ते सबूत मिले हैं। छत्रसाल स्टेडियम में घटनास्थल से पुलिस ने जो गाड़ियां बरामद की थीं, उसमें से एक बवाना के गुर्गे मोहित की है। पुलिस को यह भी जानकारी मिली है कि हत्या के दिन सुशील के साथ बवाना के गुर्गे भी थे। पुलिस को अब भी सात संदिग्ध लोगों की तलाश है, जो फरार चल रहे हैं। इनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
पुलिस को कुछ हफ्ते पहले हुए केबल कारोबारी से जबरन वसूली में भी सुशील के शामिल होने के सबूत मिले हैं। सुशील देर रात मॉडल टाउन थाने में दो बजे तक ठहरा। इसके बाद क्राइम ब्रांच की टीम उसे पूछताछ के लिए शकरपुर स्थित अपने ऑफिस ले गई। इस केस में सोनू महाल और अमित पीड़ित होने के साथ ही चश्मदीद भी हैं। पुलिस ने सोनू को सुरक्षा प्रदान की है। उसके साथ ड्यूटी पर दो पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं। हिस्ट्रीशीटर सोनू सोनीपत के पिनाना का है। एक खास वर्ग सुशील और सोनू के परिवार के बीच समझौते की कोशिश में लगा है।
सागर के पिता की चिंता- कहीं केस को कमजोर न बना दिया जाए
सागर की हत्या मामले में सुशील की गिरफ्तारी से सागर के कांस्टेबल पिता को संतुष्टि मिली थी। लेकिन, अब यह चिंता भी सता रही है कि केस को कमजोर किया जा सकता है। उनके मुताबिक सामने वाला पक्ष बहुत मजबूत है, उन्हें डर है कि वे किसी को भी खरीद सकते हैं। ऐसे में यदि दिल्ली क्राइम ब्रांच के साथ एक और निष्पक्ष जांच एजेंसी इस मामले के साथ जोड़ दी जाए तो मामले की और बेहतर ढंग से जांच हो सकती है। हालांकि उन्हें स्पष्ट किया कि उन्हें अपनी दिल्ली पुलिस पर पूर्ण विश्वास है और वे आरोपी को उसके अंजाम तक पहुंचाने में भी सक्षम हैं। उधर, सागर के पिता अशोक धनकड़ ने कहा कि सुशील का दस साल का रिकॉर्ड खंगाला जाना चाहिए कि उसके किस-किस गैंगस्टर से संबंध थे।
सुशील की फरारी में हमदर्द बनी राष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी
सुशील कुमार की मदद करने वालों में एक राष्ट्रीय स्तर की महिला खिलाड़ी का नाम सामने आया है। वह हैंडबॉल प्लेयर है जो दो बार के एशियन गेम्स में भारत का प्रतिनिधित्व भी कर चुकी है। स्पेशल सेल ने जब इन दोनों आरोपियों को मुंडका इलाके से पकड़ा, तब वे एक स्कूटी पर सवार थे। यह स्कूटी इस महिला खिलाड़ी के नाम पर ही रजिस्‍टर्ड मिली है। पुलिस ने उसकी स्कूटी को मामले में जब्त किया है।
अब यह महिला खिलाड़ी भी इस केस में जांच के दायरे में है। पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है। सुशील से इस महिला खिलाड़ी की दोस्ती छत्रसाल स्टेडियम में लगभग चार साल पहले हुई थी। दिल्ली आने के बाद सुशील कुमार इस महिला खिलाड़ी से दिल्ली कैंट इलाके में मिला। जहां से वह उसे अपने साथ हरि नगर क्षेत्र स्थित घर ले गई थी। यहां से वह रविवार सुबह स्कूटी लेकर निकल गए वहीं, इस केस की जांच क्राइम ब्रांच यूनिट को ट्रांसफर कर दी गई, जिसके बाद क्राइम ब्रांच ने दोनों आरोपियों को अपनी हिरासत में ले लिया। अभी तक की जांच में सागर की मौत का कारण मॉडल टाउन का एक फ्लैट बताया गया है, जिसे खाली करने के बाद दो महीने किराए को लेकर विवाद था।
पंजाब में सरेंडर करना चाहता था सुशील
सुशील से यह पता लगाने की कोशिश हो रही है कि आखिर कब से उसका सागर के साथ विवाद चल रहा था। जब सागर सुशील को अपना गुरु मानता था तो आखिर ऐसे क्या हालात बन गए जो इतनी बड़ी वारदात का कारण बने। छत्रसाल स्टेडियम में घटना वाली रात सुशील के साथ कौन-कौन लोग थे। क्राइम ब्रांच इस केस की जांच एक नये सिरे से कर रही है। सुशील का कहना है पिछले काफी दिनों से पुलिस उसके पीछे पड़ी हुई थी। वह गिरफ्तारी से बचने के लिए बचता फिर रहा था। इस दरम्यान दो मौके ऐसे आए जब वह पकड़े जाने से बाल-बाल बच गया। कोर्ट से राहत नहीं मिलने पर उसे काफी निराशा हुई और उसने सरेंडर करने का मन बना लिया था। वह पंजाब में सरेंडर करना चाहता था, लेकिन ऐन वक्त पर उसका इरादा बदल गया। शनिवार दोपहर वह पंजाब से गुडगांव में अपने दोस्त से मिला। वही उसे दिल्ली कैंट तक छोड़ गया था।

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