ओलम्पिक तैयारी के लिए एशियाई चैम्पियनशिप अहम: मैरीकॉम

कोरोना संकट के कारण भारतीय मुक्केबाजों की तैयारियों पर पड़ा है प्रतिकूल प्रभाव
नई दिल्ली।
भारत की अनुभवी मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम एशियाई चैम्पियनशिप में बरसों से दबदबा बनाए हुए हैं, लेकिन इस बार ओलम्पिक से पहले तैयारी के मद्देनजर उनके लिए यह पदक जीतने के एक और मौके से बढ़कर है चूंकि कोरोना संकट के कारण भारतीय मुक्केबाजों की तैयारियों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है।
मैरीकॉम (51 किलो) ने इस प्रतियोगिता में सात बार भाग लेकर पांच बार स्वर्ण पदक जीता है। छह बार की विश्व चैम्पियन मुक्केबाज 24 मई से दुबई में शुरू होने वाली इस चैम्पियनशिप में भाग लेंगी। उन्होंने कहा कि, ‘मैं प्रतियोगिता में भाग लेने को बेताब हूं। कोरोना महामारी के कारण टूर्नामेंट ही नहीं हो रहे हैं और ओलम्पिक से पहले खुद को आंकने के लिए इसमें भाग लेना जरूरी है।’
ओलम्पिक जाने वाली कुछ और महिला मुक्केबाजों के साथ मैरीकॉम पुणे में तैयारी कर रही हैं। पिछले महीने इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में बायो बबल में कोरोना संक्रमण के कारण दिल्ली में शिविर बंद कर दिया गया था। मैरीकॉम ने कहा, ‘यह आसान नहीं था। मैं मार्च में स्पेन में टूर्नामेंट खेलकर घर लौटी थी। मेरे बच्चों की तबियत खराब थी और हालात के कारण अपनी आशंकाएं भी थीं। फिर कोरोना के कारण दिल्ली का शिविर रद्द हो गया।’ उन्होंने कहा, ‘किसी न किसी कारण से अभ्यास शेड्यूल बाधित होता रहा। इसलिए एशियाई चैम्पियनशिप महत्वपूर्ण है क्योंकि तैयारी के लिए प्रतियोगिता से बेहतर कुछ नहीं होता।’

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