कोलकाता के खिलाफ हैदराबाद नहीं बना पाया सही बैटिंग ऑर्डर
कैप्टन मोर्गन की लीडरशिप में इंग्लैंड के अंदाज में खेली कोलकाता की टीम
चेन्नई। इंडियन प्रीमियर लीग में रविवार को कोलकाता नाइट राइडर्स ने सनराइजर्स हैदराबाद को 10 रन से हरा दिया। चेन्नई की धीमी पिच पर भी कोलकाता ने कप्तान ओएन मोर्गन की नेशनल टीम इंग्लैंड की तरह आक्रामक खेल दिखाया। दूसरी तरफ सनराइजर्स की टीम को बैटिंग ऑर्डर में कई बड़ी चूक का खामियाजा भुगतना पड़ा।
1. राणा और राहुल की तेज बैटिंग
टॉस गंवाकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी केकेआर की टीम को अच्छी शुरुआत मिली। ओपनर नीतीश राणा (56 गेंदों पर 80 रन) और नंबर तीन पर बैटिंग करने आए राहुल त्रिपाठी (29 गेंद पर 53 रन) की उम्दा पारियों के दम पर केकेआर ने 15.1 ओवर में एक विकेट पर 145 रन बना लिए थे। आखिरी ओवरों में दिनेश कार्तिक ने 9 गेंदों पर 22 रन बनाकर टीम को 187 रनों तक पहुंचा दिया। चेन्नई की धीमी पिच पर यह विनिंग टोटल साबित हुआ। नीतीश राणा ने 142, त्रिपाठी ने 182 और कार्तिक ने 244 के स्ट्राइक रेट के साथ बल्लेबाजी की।
2. फेल रहे सनराइजर्स के स्ट्राइक बॉलर्स
सनराइजर्स ने इस मुकाबले में भुवनेश्वर कुमार और संदीप शर्मा के साथ गेंदबाजी की शुरुआत कराई। दोनों ही काफी महंगे साबित हुए। भुवनेश्वर ने 11.25 रन प्रति ओवर की हिसाब से 4 ओवर में 45 रन दे दिए। वहीं, संदीप ने 11.66 रन प्रति ओवर की दर से 3 ओवर में 35 रन दिए। टी. नटराजन भी किफायती नहीं रहे और 4 ओवर में 37 रन दे दिए।
3. वार्नर-साहा की ओपनिंग जोड़ी कमाल नहीं कर सकी
धीमी पर 188 रन के टारगेट के जवाब में सनराइजर्स को अच्छी शुरुआत की दरकार थी लेकिन, रिद्धिमान साहा और डेविड वार्नर की ओपनिंग जोड़ी फेल रही। साहा 7 और वार्नर 3 रन बनाकर आउट हो गए। 10 रन के स्कोर तक सनराइजर्स के दोनों ओपनर पवेलियन लौट चुके थे। मनीष पांडे और जॉनी बेयरस्टो ने पारी संभालने की कोशिश की लेकिन उनका प्रयास नाकाफी साबित हुआ।
4. आखिरी ओवरों में रणनीतिक चूक
सनराइजर्स की टीम 12 ओवर में दो विकेट पर 100 रन बना चुकी थी। 8 ओवर में 11 के रनरेट से 88 रनों की जरूरत थी। लेकिन, 13वें ओवर में जॉनी बेयरस्टो के आउट होने के बाद टीम की पारी पटरी से उतर गई। मनीष पांडे डेथ ओवर में अच्छी बल्लेबाजी नहीं कर पाए। वे अपनी पारी की आखिरी 12 गेंदों पर सिर्फ एक छक्का जमा पाए। वहीं, IPL में 170 से ऊपर के स्ट्राइक रेट वाले अब्दुल समद 17.5 ओवर तक डगआउट में ही बैठे रह गए। उनसे ऊपर भेजे गए मोहम्मद नबी (11 गेंद पर 14 रन) और विजय शंकर (7 गेंद पर 11 रन) उम्मीद के मुताबिक परफॉर्म नहीं कर सके।
आंद्रे रसेल के बेहतरीन आखिरी दो ओवर
आंद्रे रसेल आम तौर पर बल्ले के साथ मैच विनर होते हैं। लेकिन, इस मुकाबले में वे गेंद के साथ उपयोगी साबित हुए। रसेल ने 18वां और 20वां ओवर किया। 18वें ओवर में उन्होंने सिर्फ 6 रन दिए। 20वें ओवर में उन्होंने 11 रन दिए। राउंड द विकेट गेंदबाजी करते हुए ऑफ स्टंप के काफी बाहर गेंदबाजी करने की उनकी रणनीति सफल रही और KKR ने रोमांचक जीत हासिल कर ली।