एक माह में दो बार हुए कोरोना पॉजिटिव हुए बॉक्सर आशीष

एक माह स्पेन में फंसे रहे, शिष्य ही नहीं गुरु भी संक्रमित
नई दिल्ली।
भारतीय खिलाड़ियों के विदेश में टूर्नामेंट खेलने के दौरान कोरोना संक्रमण के कई मामले आ चुके हैं। निगेटिव रिपोर्ट आने के बाद खिलाड़ियों को जल्द भारत वापस आने का मौका मिल गया, लेकिन टोक्यो ओलंपिक का टिकट हासिल कर चुके मुक्केबाज आशीष कुमार के साथ जैसा हुआ वैसा किसी भारतीय खिलाड़ी के साथ नहीं हुआ।
आशीष 28 फरवरी को बॉक्सम टूर्नामेंट खेलने के लिए कैसिलॉन (स्पेन) रवाना हुए थे। टूर्नामेंट के फाइनल पहुंचने के दौरान वह तीन अन्य मुक्केबाजों के साथ कोरोना संक्रमित हो गए। पूरी टीम वापस भारत चली आई लेकिन आशीष का संक्रमण नहीं गया और वह वहीं फंसे रहे। लगभग एक माह का समय स्पेन में एकांतवास में बिताने के बाद आशीष को अब घर आने का मौका मिला है।
कोरोना के चलते इतने लंबे समय तक विदेश में फंसने वाले आशीष पहले भारतीय खिलाड़ी हैं। 75 किलो भारवर्ग में खेलने वाले आशीष खुलासा करते हैं कि वजन कम करने के दौरान किसी दूसरे मुककेबाज का पसीना उन पर आकर गिरा होगा तभी वह संक्रमित हो गए। वह फाइनल में पहुंच गए थे तब उन्हें संक्रमण के बारे में पता लगा। उस दौरान वह काफी परेशान हुए कि यह कैसे हो गया। उनके साथ सिमरनजीत कौर, सुमित सांगवान और मोहम्मद होसामुद्दीन की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई थी, लेकिन ये तीनों निगेटिव निकलने पर भारत लौट गए। यह कठिन समय था, लेकिन उन्होंने हौसला नहीं छोड़ा। फेडरेशन ने काफी मदद की। आशीष अभी हिमाचल प्रदेश स्थित अपने घर में हैं और जल्द एनआईएस पटियाला में ओलंपिक की तैयारियां शुरू करने जा रहे हैं।
आशीष के साथ जैसा स्पेन में हुआ ठीक वही उनके गुरु अर्जुन अवॉर्डी धर्मेंद्र यादव के साथ तुर्की में हो रहा है। इस्तानबुल में मुक्केबाजी टीम के आठ सदस्यों के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद सभी सात सदस्यों की रिपोर्ट निगेटिव आ गई, लेकिन धर्मेंद्र फिर संक्रमित पाए गए हैं। वह अभी भी इस्तानबुल में होटल के कमरे में फंसे हैं और निगेटिव रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं।

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