ऐश्वर्य प्रताप सिंह और चिंकी यादव ने लगाए सोने पर निशाने

आईएसएसएफ शूटिंग वर्ल्ड कप के छठे दिन मध्य प्रदेश का जलवा
खेलपथ प्रतिनिधि
नई दिल्ली।
दिल्ली में चल रही आईएसएसएफ विश्व कप निशानेबाजी प्रतियोगिता में बुधवार का दिन मध्य प्रदेश के निशानेबाजों के नाम रहा। मध्य प्रदेश शूटिंग एकेडमी के होनहार शूटरों ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर और चिंकी यादव ने अलग-अलग इवेंट में भारत को स्वर्णिम सफलताएं दिलाईं। ऐश्वर्य ने पुरुषों की 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन में गोल्ड जीता वहीं चिंकी यादव ने महिला 25 मीटर पिस्टल में स्वर्ण पदक हासिल किया। ऐश्वर्य प्रताप सिंह का वर्ल्ड कप में पहला गोल्ड मेडल है।
भारत ने अब तक टूर्नामेंट में 9 गोल्ड, 4 सिल्वर और 5 ब्रॉन्ज समेत कुल 18 मेडल जीते हैं। टीम इंडिया टूर्नामेंट में फिलहाल मेडल्स टैली में टॉप पर है। आज वुमेन्स 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन इवेंट का भी फाइनल होना है। वुमेन्स 25 मीटर पिस्टल में गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज तीनों मेडल भारतीय शूटर्स ने जीते। चिंकी के अलावा महाराष्ट्र की राही सरनोबत ने सिल्वर और हरियाणा की मनु भाकर ने ब्रॉन्ज मेडल जीता। इस इवेंट में चिंकी पहले ही ओलम्पिक कोटा हासिल कर चुकी है।
चिंकी के पिता पेशे से इलेक्ट्रीशियन हैं
चिंकी यादव की जहां तक बात है उसके पिता मेहताब सिंह यादव पेशे से इलेक्ट्रीशियन हैं। वे पिछले 23 सालों से खेल विभाग के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। 2012 में ‌शूटिंग में करियर की शुरुआत करने वाली चिंकी ‌का घर स्टेडियम के अंदर ही है। इस वजह से वे बचपन से ही कई खेलों को देख रही हैं।
उन्होंने समर कैंप से शूटिंग में कदम रखा और इसके बाद एकेडमी में प्रवेश लिया। जल्द ही यह युवा निशानेबाज सभी की नजरों में आ गई। चिंकी शूटिंग एकेडमी के लिए टैलेंट हंट के लिए चुने जाने वाले चुनिंदा निशानेबाजों में से एक थी। इसके बाद उसने नेशनल चैम्पियनशिप में हिस्सा लिया और मेडल जीता। उसका इरादा स्नूकर या जिम्नास्टिक में जाने का था। वह इन खेलों के लिए मेहनत भी कर रही थी लेकिन बाद में हालात बदले और वह शूटिंग में आ गई। 

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