भारतीय मुक्केबाज बेटियों ने गोल्डन पंच जड़ लहराया तिरंगा

एड्रियाटिक पर्ल टूर्नामेंट में पांच गोल्ड जीते
मोंटेनेग्रो।
भारतीय मुक्केबाजों ने मोंटेनेग्रो में खेले गए 30वें एड्रियाटिक पर्ल टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया। भारतीय महिला टीम आखिरी दिन दो और स्वर्ण पदक जीतने के बाद कुल पांच पदकों के साथ शीर्ष पर रही। बेबीरोजिसाना चानू (51 किलोग्राम) और अरुंधति चौधरी (69 किलोग्राम) ने सोमवार को दो और स्वर्ण पदक जीतकर भारत की झोली में डाले वहीं लकी राणा (64 किलोग्राम) को रजत पदक से संतोष करना पड़ा। 
टूर्नामेंट में भारतीय महिला टीम ने कुल 10 पदक (पांच स्वर्ण, तीन रजत और दो कांस्य) के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया वहीं उज्बेकिस्तान दो स्वर्ण पदक जीतकर दूसरे जबकि एक स्वर्ण पदक जीतने वाला चेक गणराज्य तीसरे स्थान पर रहा।
खेलो इंडिया खेलों की तीन बार की स्वर्ण पदक विजेता अरुंधति ने रविवार को यूक्रेन की मेरियाना स्टोइको को एकतरफा मुकाबले में 5-0 से हराया। जबकि चानू ने करीबी मुकाबले में उज्बेकिस्तान की एशियाई जूनियर चैम्पियन सबीना बोबोकुलोवा को 3-2 से शिकस्त दी।
भारतीय महिला मुक्केबाजों में अल्फिया पठान (+81 किलोग्राम), विंका (60 किलोग्राम) और टी सनामाचा चानू (75 किलोग्राम) ने भी स्वर्ण पदक जीते। विंका को टूर्नामेंट में उनके शानदार प्रदर्शन के लिए टूर्नामेंट की सर्वश्रेष्ठ महिला मुक्केबाज का पुरस्कार भी मिला। पुरुष वर्ग में दो पदक के साथ भारत की 19 सदस्यीय टीम ने अपने अभियान का अंत 12 पदक से ओवरआल दूसरे स्थान के साथ किया। ओवरआल तालिका में उज्बेकिस्तान शीर्ष जबकि यूक्रेन तीसरे स्थान पर रहा।

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