श्रीनिवास गौड़ा फिर चर्चाओं में

9.55 सेकंड में सौ मीटर रेस पूरी की थी पिछले सत्र में
46 पदक जीते इनमें, जिसमें 34 स्वर्ण और 12 रजत थे
खेलपथ प्रतिनिधि
नई दिल्ली।
पिछले साल सौ मीटर दौड़ 9.55 सेकेंड में पूरी कर सुर्खियों में आए कर्नाटक के कंबाला धावक (परम्परागत भैंसा दौड़) श्रीनिवास गौड़ा सत्र की पहली दौड़ के दौरान ही चोटिल हो गए और रेस पूरी नहीं कर पाए। बावजूद इसके उन्होंने हार नहीं मानी है। 
उन्होंने कहा कि मैंने इस साल तीन वर्गों के लिए तैयारी की थी, लेकिन पहली ही रेस में (पिछले रविवार को) मैं भैसों पर से नियंत्रण खो बैठा और गिर गया। इससे मेरे पैर और हाथ में चोट आई है। मैं काफी निराश हूं। मैंने जब से रेस लगानी शुरू की है तब से कोई रेस नहीं छोड़ी है। यह पहला मौका है जब मैं दौड़ में भाग नहीं ले पाया। मुझे जल्द रिकवर होने की उम्मीद है। उसके बाद फिर से वापसी कर पहले से बेहतर समय निकालूंगा। 
गौड़ा ने पिछले साल 100 मीटर की रेस सिर्फ 9.55 सेकेंड में ही पूरी कर दी थी। वहीं 142.50 मीटर की दूरी 13.62 सेकेंड में पूरी की जो विश्व रिकॉर्ड था। इससे उनकी तुलना ओलम्पिक और विश्व रिकॉर्ड धारक जमैका के उसेन बोल्ट से होने लगी थी। सौ मीटर दौड़ का विश्व रिकॉर्ड बोल्ट के नाम है। उन्होंने 2009 में बर्लिन में यह दूरी 9.58 सेकेंड में पूरी कर दुनिया के सबसे तेज धावक का खिताब हासिल किया था।
पिछले साल खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने गौड़ा को बंगलूरू के साई केंद्र में ट्रायल के लिए बुलाया था। हालांकि गौड़ा ने चोटिल होने की बात कहकर ट्रायल में आने से इनकार कर दिया था। कर्नाटक के मुख्यमंत्री पीएस येदीयुरप्पा ने गौड़ा को अभ्यास के लिए तीन लाख रुपये भी दिए थे।

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