पहली बार टेनिस कोर्ट में नहीं होंगे लाइन जज

लाइव इलेक्ट्रॉनिक कॉल का होगा इस्तेमाल
सिडनी।
कोरोना काल में होने वाले सत्र के पहले ग्रैंडस्लैम ऑस्ट्रेलियन ओपन में इस बार कई बदलाव देखने को मिलेंगे। संक्रमण के खतरे को देखते हुए टूर्नामेंट में कई तरह की पाबंदियों के साथ सुरक्षा उपाय भी किए गए हैं। आठ फरवरी से शुरू होने वाले इस टेनिस टूर्नामेंट के लिए खिलाड़ियों ने अपना-अपना क्वारंटीन भी पूरा कर लिया है और अभ्यास शुरू कर चुके हैं।
उधर टूर्नामेंट से पहले टेनिस ऑस्ट्रेलिया ने एक बड़ा फैसला किया है। इस बार के टूर्नामेंट में पहली बार ऐसा होगा जब टेनिस कोर्ट में कोई लाइन जज नहीं होगा। यह कदम महामारी की वजह से टूर्नामेंट के दौरान कोर्ट में कर्मचारियों की संख्या कम रखने के लिए उठाया गया है। ऐसे में इस बार कोर्ट में सिर्फ खिलाड़ी, चेयर अंपायर और बॉल किड्स होंगे। टेनिस ऑस्ट्रेलिया ने बुधवार को बताया कि इस बार लाइव इलेक्ट्रॉनिक लाइन कॉल का इस्तेमाल किया जाएगा। टूर्नामेंट के दौरान मैचों में 'आउट', 'फुट फॉल्ट' और 'गलती' के लिए पहले से रिकॉर्ड की गई आवाजों का इस्तेमाल किया जाएगा।

लाइन जज मैच के दौरान टेनिस कोर्ट में अलग-अलग जगहों पर मौजूद होते हैं। उनका काम एक तरह से चेयर अंपायर की मदद करना होता है। अलग-अलग लाइन पर मौजूद ये अम्पायर आउट होने या कोई फाल्ट होने पर तेजी से बोलकर या हाथ उठाकर बताते हैं। उदाहरण के लिए अगर कोई गेंद लाइन के बाहर गिरी है तो वे आउट बोलते हैं। 
लाइव इलेक्ट्रॉनिक लाइन कॉलिंग को कोर्ट के चारों ओर रिमोट ट्रैकिंग कैमरों के माध्यम से लागू किया जाएगा। इसमें स्वचालित कैमरों की मदद से वास्तविक समय में ऑडियो लाइन कॉल भेजे जाएंगे। इसमें किसी व्यक्ति की जरूरत नहीं होती है और लाइन के पास से जुड़े फैसले सेंसर और लेजर किरणों की मदद से लिए जाते हैं। इसमें कोर्ट के अलग-अलग हिस्सों में उच्च क्षमता वाले आधुनिक कैमरे लगाए जाते हैं जो रियल टाइम फोटोज भेजते हैं और फैसले लेने में अम्पायर की मदद करते हैं। 

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