87 साल में पहली बार नहीं होगा रणजी ट्रॉफी का आयोजन

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने लगाई मुहर
मुम्बई।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड(बीसीसीआई) ने घरेलू क्रिकेट पर बड़ा फैसला लेते अभी जारी सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के बाद विजय हजारे ट्रॉफी आयोजित करने का फैसला लिया है। इसके साथ ही यह तय हो गया है कि 87 साल में पहली बार फर्स्ट क्लास घरेलू टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी का आयोजन नहीं हो सकेगा। 50 ओवर की विजय हजारे ट्रॉफी और भारत-इंग्लैंड के बीच होने वाली सीरीज के आयोजन के साथ ही अब बीसीसीआई महिला सीनियर वनडे ट्रॉफी और अंडर-19 क्रिकेट में वीनू मांकड़ वनडे ट्रॉफी का आयोजन भी कराएगा। बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने राज्य संघों को भेजे अपने पत्र में लिखा है कि यह फैसला राज्य संघों से मिले फीडबैक और कोरोना वायरस की वजह से लिया गया है।
इस मुद्दे पर पीटीआई से बात करते हुए शाह ने कहा कि, ''मुझे इस बात को बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि हम इस बार विजय हजारे ट्रॉफी और अंडर-19 वीनू मांकड़ ट्रॉफी के साथ-साथ सीनियर महिला वनडे टूर्नामेंट का भी आयोजन कर रहे हैं।'' शाह ने इस दौरान बताया कि कोरोना काल में लंबे फॉर्मेट का रणजी ट्रॉफी का आयोजन करना काफी मुश्किल था। उन्होंने यह भी कहा कि अभी तक कोरोना महामारी की वजह से हमारा काफी समय बर्बाद हो चुका है।
बता दें कि भारत ने कोरोना काल में सैयद मुश्ताक अली टी-20 टूर्नामेंट का सफलतापूर्वक आयोजन करवाया है। इसके लीग सहित सेमीफाइनल मैच खत्म हो चुके हैं और अब बस फाइनल मैच बचा है। यह कोरोना काल में भारत-इंग्लैंड के बीच होने वाली टेस्ट सीरीज से पहले पॉजिटिव खबर है। दोनों देशों के बीच 5 फरवरी से टेस्ट सीरीज का आगाज हो रहा है। दोनों देशों के बीच चार मैचों की टेस्ट सीरीज के बाद, पांच मैचों की टी-20 सीरीज और तीन मैचों की वनडे सीरीज खेली जाएगी। 

रिलेटेड पोस्ट्स