गावस्कर ने ऑस्ट्रेलियाई कप्तान टिम पेन को लताड़ा

कहा- हैरानी नहीं होगी अगर इस किस्से के बाद उनकी कप्तानी छिन जाए
नई दिल्ली।
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने सोमवार को ऑस्ट्रेलियाई कप्तान टिम पेन को जमकर लताड़ा। पेन ने सिडनी टेस्ट के आखिरी दिन टीम इंडिया के क्रिकेटर आर. अश्विन का ध्यान भंग करने के लिए स्लेजिंग का सहारा लिया। उनके इस बर्ताव की क्रिकेट जगत में खूब थू-थू हो रही है। इतना ही नहीं गावस्कर ने यहां तक कह दिया कि उनके इस बर्ताव के चलते उनकी कप्तानी तक छिन सकती है। ऑस्ट्रेलियाई टीम ने मैच के पांचवें दिन हनुमा विहारी और रविचंद्रन अश्विन की साझेदारी तोड़ने के लिए सारे पैंतरे अपनाए, लेकिन इन दोनों ने अपना विकेट नहीं गंवाया और सिडनी टेस्ट ड्रॉ करा लिया।
गावस्कर ने इंडिया टुडे पर कहा, 'मुझे नहीं पता, मैं ऑस्ट्रेलियाई सिलेक्टर नहीं हूं, लेकिन उनकी कप्तानी के अब गिने-चुने दिन बचे हैं। अगर आप टीम इंडिया को करीब 130 ओवर खेलने देते हैं, बिना विकेट लिए, यह ऑस्ट्रेलिया का बहुत अच्छा बॉलिंग अटैक है। बॉलिंग में बदलाव, फील्ड प्लेसमेंट इन सब से रिजल्ट पर असर पड़ सकता था।' पेन ने मैच के दौरान कैच ड्रॉप किए, जिसका असर मैच के रिजल्ट पर भी पड़ा। हनुमा विहारी और अश्विन ने 42 ओवर से ज्यादा समय तक बल्लेबाजी की और 62 रन जोड़े। टीम इंडिया के विकेट जब नहीं गिर रहे थे, तब पेन काफी परेशान नजर आए और इसका असर उनके खेल पर भी पड़ता नजर आया।
गावस्कर ने कहा, 'टिम पेन फील्ड प्लेसमेंट और बॉलिंग में बदलाव से ज्यादा बल्लेबाजों से बात करने में दिलचस्पी ले रहे थे। तो मुझे हैरानी नहीं होगी अगर इस सीरीज के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम की कप्तानी में बदलाव होता है तो।' गावस्कर ने कहा, 'अगर आप आसान कैच छोड़ते हैं, ऋषभ पंत के बल्ले का किनारा दो बार लगा था, वे मुश्किल कैच नहीं थे। वह परेशान थे, अश्विन के साथ बातचीत के बाद उनका ध्यान मैच पर नहीं था।' 
पेन ने अश्विन को काफी कुछ कहा था, जो स्टंप माइक में कैच हुआ। गावस्कर ने कहा, 'सबसे पहले किसी नेशनल टीम के कप्तान को क्रिकेट के अलावा किसी बात पर कमेंट करना शोभा नहीं देता है। अगर आप विरोधी टीम पर दबाव बनाना चाहते हैं, तो उनके क्रिकेट के बारे में बात करेंगे, आप यह कह सकते हैं कि उसको खेलना नहीं आता। यह दिखाता है कि आप दबाव नहीं ले पाते हैं।'

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