नाडा का दावा- अधिक सैम्पलों के चलते बढ़े डोप पॉजिटिव केस

एथलेटिक्स, वेटलिफ्टिंग, बॉडी बिल्डिंग, कुश्ती और पॉवरलिफ्टिंग में डोप पॉजिटिव केसों की संख्या 50 प्रतिशत
नई दिल्ली।
नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी (नाडा) का मानना है कि साल 2019 में बढ़े डोप पॉजिटिव केसों के पीछे उसकी ओर से लिए अधिक सैम्पल हैं। नाडा ने दावा किया है कि बीते वर्ष के मुकाबलों में नाडा ने 2019 में बड़ी संख्या में सैम्पल लिए हैं। यही नहीं डोपिंग की रोकथाम के लिए नए वैज्ञानिक तरीकों का इस्तेमाल किया है। इनमें पहली बार ह्यूमन ग्रोथ हारमोन की टेस्टिंग के लिए ब्लड सैम्पल और ग्रोथ हारमोन रिलीजिंग फैक्टर की बढ़ाई गई टेस्टिंग शामिल है।
नाडा ने दावा किया है कि साल 2019 में उसकी ओर से की गई सख्ती का नतीजा साल 2020 में दिखेगा। डोप पॉजिटव संख्या बढ़ने के पीछे रोइंग की जूनियर राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में 22 खिलाड़ियों का फंसना भी जिम्मेदार है। यही नहीं पूरी दुनिया की तरह एथलेटिक्स, वेटलिफ्टिंग, बॉडी बिल्डिंग, कुश्ती और पॉवरलिफ्टिंग में डोप पॉजिटिव केसों की संख्या 50 प्रतिशत है।

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