श्रेष्ठ टीमों के खिलाफ भारत का रिकॉर्ड बेहद खराब
टीम इंडिया का रिकॉर्ड पिछले 10 साल में सबसे खराब
पाक और श्रीलंका हमसे बेहतर
22 पारियों में टीम 200 का स्कोर नहीं बना सकी
मुम्बई। टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट में आठ विकेट से हार मिली। इसके बाद एक बार फिर से बड़े देशों में टीम के प्रदर्शन पर सवाल उठने लगे हैं। टीम के पिछले 10 सालों में SENA देशों यानी दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के प्रदर्शन को देखें तो यह हमारी हार की कहानी बयां करती है। टीम 37 में से 5 मैच ही जीत सकी। यानी सिर्फ 13%। एशिया की दो टॉप टीमों के प्रदर्शन को देखें तो इस दौरान पाक ने 17% जबकि श्रीलंका ने 15% मुकाबले जीते। दुनिया के सबसे अमीर बोर्ड, सबसे अधिक पैसा वाला इवेंट आईपीएल, 38 राज्य की टीमें होने के बाद भी इन चार देशों में हमारे खराब प्रदर्शन ने सवाल खड़े कर दिए हैं। इस हार के साथ टीम के वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने पर अब मुश्किल होगी।
इस दौरान टीम 73 पारियों में से 22 पारी में 200 का आंकड़ा भी नहीं छू सकी। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट की दूसरी पारी में टीम 36 रन पर आउट हो गई। 2014 में इंग्लैंड के खिलाफ टीम 94 रन बनाकर आउट हो गई थी। टीम ने कुल 12 सीरीज खेलीं। 9 में हार मिली। 1 ड्राॅ रही। 2018 में ऑस्ट्रेलिया में 2-1 से जीत मिली। वहीं 12वीं सीरीज अभी चल रही है। 2011 में टीम को इंग्लैंड में 0-4 से, 2014 में 1-3 से और 2018 में 1-4 से हार मिली। ऑस्ट्रेलिया में 2011-12 में 0-4 से और 2014-15 में 0-2 से हारे। न्यूजीलैंड में 2013-14 में 0-1 से और 2019-20 में 0-2 से शिकस्त मिली। इसके अलावा दक्षिण अफ्रीका में 2010-11 में 0-0 से सीरीज ड्रॉ रही। 2013-14 में 0-1 से, 2017-18 में 1-2 से हार मिली।
कोहली सबसे सफल बल्लेबाज तो इशांत ही 100+ विकेट ले सके हैंविराट कोहली ने इस दौरान सबसे ज्यादा 32 टेस्ट खेले हैं। उन्होंने 11 शतक और 10 अर्धशतक के सहारे सबसे ज्यादा 2889 रन भी बनाए हैं। पुजारा ने 27 मैच में 1807 जबकि रहाणे ने 26 मैच में 1733 रन बनाए हैं। गेंदबाजी में इशांत ने सबसे ज्यादा 30 मैच खेले और 104 विकेट लिए। शमी ने 25 मैच में 88, बुमराह ने 13 मैच में 57 विकेट लिए हैं। अश्विन 18 मैच में 56 विकेट ले चुके हैं।
पाक में घरेलू टूर्नामेंट में 6 टीमें खेलती हैं, हमारे यहां उससे 6 गुना ज्यादा 38किसी देश का असली क्रिकेट उसके घरेलू स्ट्रक्चर पर निर्भर करता है। देश में 38 टीमों को एलीट और प्लेट ग्रुप में बांटा जाता है। फर्स्ट क्लास, वनडे और टी20 तीनों ही फॉर्मेट में इन्हें मौका मिलता है। वहीं पाकिस्तान की बात की जाए तो पिछले सीजन से सिस्टम बदल दिया गया है। अब 16 की जगह सिर्फ 6 टीमें ही फर्स्ट क्लास टूर्नामेंट के अलावा वनडे और टी20 में उतरती हैं। पाक के पीएम और पूर्व कप्तान इमरान खान ने इसमें रुचि दिखाई थी और टीमों की संख्या कम करने काे कहा था। उनका मानना है कि कम टीमों के होने से खेल में क्वालिटी आएगी। श्रीलंका की बात की जाए तो यहां 26 टीमें उतरती हैं। स्कूलों में भी अच्छा स्ट्रक्चर बनाया गया है।