भारत एशिया के बाहर पहला टेस्ट हारने के बाद सीरीज नहीं जीत सका
34 में से 31 सीरीज हारी भारतीय टीम
मेलबर्न। टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 4 टेस्ट की सीरीज का पहला मैच शनिवार को 8 विकेट से गंवा दिया। इस डे-नाइट टेस्ट में भारत ने एक पारी में अपना सबसे छोटा 36 रन का स्कोर भी बनाया। इस हार के बाद टीम इंडिया को अलर्ट होना होगा, क्योंकि उसके साथ एक खराब रिकॉर्ड जुड़ गया है।
दरअसल, टीम इंडिया टेस्ट इतिहास में एशिया के बाहर सीरीज का पहला मैच हारने के बाद सीरीज नहीं जीत सकी है। टीम ने इस बार 35वीं द्विपक्षीय टेस्ट सीरीज (2+ मैच) का पहला मुकाबला हारा है।
इससे पहले 34 टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम ने पहला मैच हारकर 31 बार सीरीज गंवाई है। जबकि तीन बार भारत ने विपक्षी टीम के साथ सीरीज ड्रॉ कराई। इस दौरान टीम इंडिया ने 1980 में ऑस्ट्रेलिया, 2002 में इंग्लैंड और 2010 में साउथ अफ्रीका से टेस्ट सीरीज 1-1 से ड्रॉ कराई।
भारतीय टीम को पिछली शिकस्त इसी साल न्यूजीलैंड के खिलाफ मिली थी। फरवरी में खेली गई 2 टेस्ट की सीरीज में भारतीय टीम पहला मैच हार गई थी। इसके बाद मेजबान न्यूजीलैंड ने दूसरा मैच भी हराकर सीरीज 2-0 से जीत ली थी।
अगस्त 2018 में टीम इंडिया ने इंग्लैंड दौरे पर 5 टेस्ट की सीरीज का पहला मैच 31 रन से गंवाया था। इसके बाद भारत वापसी नहीं कर सका और यह सीरीज 4-1 से हार गया। टीम इंडिया ने सिर्फ सीरीज का तीसरा मैच 203 रन से जीता था। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टेस्ट से पहले भारतीय टीम को 2 बड़े झटके लगे हैं। पहला यह है कि भारतीय कप्तान विराट कोहली पैटरनिटी लीव पर चले गए हैं। अब उनकी जगह सीरीज में अजिंक्य रहाणे टीम की कमान संभालेंगे। दूसरा यह है कि तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी चोटिल होकर सीरीज से ही बाहर हो गए हैं। उन्हें पहले टेस्ट में कलाई पर चोट लगी थी। वहीं, रोहित शर्मा का दूसरा टेस्ट में खेलना मुमकिन नहीं लग रहा है। वे तीसरे टेस्ट से टीम को जॉइन कर सकते हैं।
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टीम इंडिया को अगला टेस्ट 26 दिसंबर को मेलबर्न में खेलना है। यह बॉक्सिंग-डे टेस्ट है। हालांकि, भारत के लिए अच्छी बात यह है कि 2018 के दौरे पर उसने ऑस्ट्रेलिया को इसी मैदान पर एक टेस्ट हराया था। साथ ही इतिहास में पहली बार ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर में टेस्ट सीरीज में 2-1 से शिकस्त दी थी।