हार्दिक को ताबड़तोड़ बल्लेबाजी के लिए हार्दिक बधाई
सुनील गावस्कर ने भी सराहा
नई दिल्ली। पूर्व क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने चाइनामैन कुलदीप यादव और हार्दिक पंड्या की तारीफ की है। उन्होंने कहा कि कुलदीप वापस फॉर्म में लौट चुके हैं और उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी-20 मैच में प्लेइंग-इलेवन में शामिल किया जाना चाहिए। गावस्कर ने पंड्या को टी-20 सीरीज में चौथे नंबर पर बल्लेबाजी कराने के लिए भी कहा। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच शुक्रवार को पहला टी-20 मैच खेला जाएगा।
गावस्कर ने कहा, 'तीसरे वनडे में कुलदीप ने शानदार गेंदबाजी की। वे काफी समय बाद टीम में आए थे, लेकिन उन्होंने अपने एक्सपीरियंस का भरपूर फायदा उठाया। मुझे लगता है कि कम से कम पहले टी-20 में उन्हें टीम इंडिया में शामिल किया जाएगा।'
गावस्कर ने हार्दिक पंड्या की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि पंड्या को टी-20 सीरीज में चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करनी चाहिए। गावस्कर ने कहा, 'टी-20 सीरीज में लोकेश राहुल और शिखर धवन को ओपनिंग करना चाहिए। इसके बाद कोहली खुद बल्लेबाजी करने आएं। अगर यह 14-15 ओवर तक मैदान पर रह जाते हैं, तो चौथे नंबर पर पंड्या को बल्लेबाजी करने भेजना चाहिए।'
गावस्कर ने कहा, 'अगर पंड्या मैच में 3 से 4 ओवर बॉलिंग भी करते हैं, तो ये भारत के लिए फायदेमंद साबित होगा। इससे बाकी बॉलर्स पर से प्रेशर कम होगा। इससे कप्तान विराट कोहली के पास भी बॉलिंग के ज्यादा ऑप्शन मिलेंगे।'
गावस्कर ने कहा, 'यदि पावर-प्ले (शुरुआत के 6 ओवर्स) में ही 2 विकेट गिर जाते हैं, तो श्रेयस अय्यर को चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने देना चाहिए। टॉप-5 के बल्लेबाजी करने कौन आता है, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। इंडिया के टॉप-5 को ही बड़ा स्कोर खड़ा करना होगा।'
गावस्कर ने 12 हजार बनाने के लिए कोहली को बधाई भी दी। उन्होंने कहा, 'कोहली ने अब तक विराट परफॉर्मेंस दिया है। अंडर-19 क्रिकेट से ही वे शानदार बैट्समैन के तौर पर उभरे। उनके इंटरनेशनल क्रिकेट में 60 फिफ्टी और 43 सेंचुरी लगाई हैं। ये उनकी महानता को बताता है।'
वनडे सीरीज गंवाने के बाद अब टी-20 में टीम इंडिया का सामने ऑस्ट्रेलियाई चुनौती होगी। दोनों टीमों के बीच 4 दिसंबर से 3 मैच की सीरीज खेली जाएगी। पहला मुकाबला शुक्रवार को कैनबरा में खेला जाएगा। टी-20 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत का रिकॉर्ड शानदार है। पिछले 12 साल से भारत वहां कोई सीरीज नहीं हारा है। इससे पहले फरवरी 2008 में भारत को यहां हार का सामना करना पड़ा था।