एटीके मोहन बागान ने केरल ब्लास्टर्स को हराया

देश में आठ माह बाद हुई खेलों की बहाली
फुटबॉल को वापस लाने में काफी साहस की जरूरत पड़ी: अम्बानी
नई दिल्ली।
कोरोना और लॉकडाउन की वजह से आठ माह से बंद पड़ी खेल गतिविधियां शुक्रवार को इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) साथ बहाल हो गई। यह लॉकडाउन लागू होने के बाद देश में आयोजित होने वाला पहला बड़ा टूर्नामेंट है। दर्शकों की गैरमौजूदगी में बंद दरवाजों के बीच खेले जाने वाले टूर्नामेंट के उद्घाटन मुकाबले में पूर्व चैंपियन एटीके मोहन बागान ने केरल ब्लास्टर्स को हराकर जीत से अपने अभियान की शुरुआत की। एटीके के साथ विलय के बाद पदार्पण कर रही मोहन बागान ने यहां खेले गए मुकाबले में केरल ब्लास्टर्स को 1-0 से हराया।
पिछले सत्र में 15 गोल के साथ एटीके के शीर्ष स्कोरर रहे फिजी के रॉय कृष्णा ने मैच का एकमात्र गोल 67वें मिनट में दागा। ब्लास्टर्स की टीम इस मैच में मजबूत डिफेंस के साथ उतरी थी और उसने पहले हाफ में एटीके मोहन बागान की टीम को गोल से वंचित रखा लेकिन कृष्णा ने दूसरे हाफ में महत्वपूर्ण गोल दागकर अपनी टीम को जीत दिला दी। सभी की नजरें इस मुकाबले के दौरान 131 साल पुराने क्लब मोहन बागान पर टिकी थी जो तीन बार के गत चैंपियन एटीके के साथ विलय के बाद आईएसएल में पदार्पण कर रहा था।
भारत में बड़ी खेल प्रतियोगिता की बहाली का स्वागत करते हुए फुटबॉल स्पोर्ट्स डेवलपमेंट लिमिटेड (एफएसडीएल) की चेयरपर्सन नीता अम्बानी ने कहा कि कोविड-19 के बीच फुटबॉल को वापस लाने के लिए काफी साहस और दृढ़ संकल्प और योजना की जरूरत पड़ी।
आईएसएल द्वारा शुक्रवार को जारी प्रेस विज्ञप्ति में अंबानी ने कहा, ‘इस महामारी के दौर में हमारी जिंदगी में फुटबॉल को वापस लाने के लिए काफी साहस, दृढ़ संकल्प और योजना की जरूरत पड़ी। मुझे पूरा भरोसा है कि आईएसएल के अगले चार महीने हमारी जिंदगी में खुशी, रोमांच और सकारात्मकता भर देंगे।’
अंबानी ने कहा, ‘मुझे यह घोषणा करते हुए गर्व महसूस हो रहा है कि आईएसएल भारत में इतने व्यापक स्तर पर आयोजित होने वाली पहली खेल प्रतियोगिता बन जाएगी। फिर से आपके घरों में लीग की वापसी करके हम बहुत खुश हैं और इसका प्रसारण भारत के बाहर 80 से ज्यादा देशों में किया जाएगा।’ उन्होंने यह भी कहा कि आईएसएल का 2020-21 सत्र बहुत ही रोमांचक सत्र होगा क्योंकि इसमें दो ऐतिहासिक क्लब - मोहन बागान और ईस्ट बंगाल जुड़ गए हैं।

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