उत्तर प्रदेश के पैरा खिलाड़ियों की बल्ले-बल्ले

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का फैसला, ओलम्पिक में मेडल जीतो, करोड़पति बनो
खेलपथ प्रतिनिधि
लखनऊ।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पैरा खिलाड़ियों के लिए अपना खजाना जरूर खोल दिया है लेकिन शायद उन्हें यह नहीं मालूम की उनकी ही सल्तनत में कई हजार शारीरिक शिक्षक और प्रशिक्षक कोरोना संक्रमण के इस दौर में 25 मार्च से घर बैठे हैं। निःशक्त खिलाड़ियों के साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को स्वस्थ उत्तर प्रदेश के संकल्प को पूरा करने के लिए शारीरिक शिक्षकों और प्रशिक्षकों के खराब माली हालत पर भी गौर करते हुए उन्हें भी सौगात देनी चाहिए।
उत्तर प्रदेश में दिव्यांग खिलाड़ियों के चेहरे पर कल से मुस्कान है। दरअसल, राज्य सरकार खिलाड़ियों के पैरा ओलम्पिक में स्वर्ण पदक जीतने पर उसे छह करोड़ का नगद पुरस्कार देगी। इसके साथ ही रजत पदक जीतने पर चार करोड़ और कांस्य पदक जीतने पर दो करोड़ का पुरस्कार दिया जाएगा। इसके अलावा टीम इवेंट में भी करोड़ों रुपए ईनामी राशि देने की घोषणा की गई है।
मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्विटर के जरिए जानकारी देते हुए बताया कि सूबे के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने शुक्रवार को राज्य के खेल विभाग के इस प्रस्ताव को मंजूरी दी है। पैरा खिलाड़ियों को भी सामान्य खिलाड़ियों की तरह ही राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों की तरह सुविधाएं दी जाएंगी। राज्य सरकार का यह फैसला दिव्यांग खिलाड़ियों को अवश्य ही बराबरी का दर्जा देगा। इससे दिव्यांग खिलाड़ी खेलों की तरफ भी प्रोत्साहित होंगे। राज्य के सभी दिव्यांग खिलाड़ियों ने सरकार के फैसले का स्वागत किया है।
  

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