आईओए कोषाध्यक्ष आनंदेश्वर पांडेय के आनंद में दखल

हैंडबॉल महासंघ के महासचिव पद से निलम्बित

मुझे नियमों की अनदेखी करके हटाया गयाः पांडेय

आनंदेश्वर छल-कपट से हासिल करता है पदः इन्द्रकांत मिश्र

खेलपथ प्रतिनिधि

नई दिल्ली। देश में खेलों के नाम पर कुछ भी अच्छा नहीं चल रहा है। पिछले दिनों भारतीय ओलम्पिक महासंघ के अध्यक्ष नरिन्दर बत्रा और महासचिव राजीव मेहता के बीच म्यान से जहां तलवारें निकलीं वहीं अब भारतीय हैंडबॉल महासंघ के अध्यक्ष एम. रामासुब्रहमणि ने महासचिव आनंदेश्वर पांडेय को निलम्बित कर उनका अमन-चैन छीन लिया। आनंदेश्वर पांडेय बेशक इस कार्रवाई को गैरकानूनी करार दे रहे हों लेकिन धुंआ उठा है तो कहीं न कहीं आग तो लगी ही है। आनंदेश्वर पांडेय भारतीय ओलम्पिक संघ के कोषाध्यक्ष भी हैं।

आनंदेश्वर पांडेय को हैंडबॉल महासंघ से निलम्बित करने की पुष्टि जहां रामासुब्रहमणि कर चुके हैं वहीं पांडेय के खिलाफ वरिष्ठ पत्रकार एवं इलाहाबाद में हैंडबॉल खेल के संस्थापक और हैंडबॉल खेल के पहले सचिव इन्द्रकांत मिश्र ने भी मोर्चा खोल दिया है। इन्द्रकांत मिश्र ने भारतीय हैंडबॉल महासंघ के अध्यक्ष एम. रामासुब्रहमणि को एक तल्ख पत्र के माध्यम से आनंदेश्वर को महाभ्रष्ट करार दिया है। मिश्र के पत्र से तो यही लगता है कि आनंदेश्वर पांडेय ने इन्द्रकांत मिश्र के साथ भी कभी न कभी छल जरूर किया होगा।

आनंदेश्वर पांडेय के निलम्बन पर अध्यक्ष रामासुब्रहमणि ने बताया कि पांडेय के खिलाफ सदस्यों ने कई शिकायतें दर्ज कराई हैं, लेकिन उन्होंने इस बारे में विस्तार से नहीं बताया। रामासुब्रहमणि से जब पूछा गया कि किस तरह की शिकायतें उन्हें मिली थीं तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। दूसरी तरफ, आनंदेश्वर पांडेय ने रामासुब्रहमणि को पत्र भेजकर उनकी कार्रवाई को गैरकानूनी और असंवैधानिक बताया है। पांडेय ने कहा कि हैंडबॉल महासंघ के संविधान के अनुसार अध्यक्ष द्वारा किसी पदाधिकारी के निलम्बन के लिए कार्यकारी समिति और फिर आमसभा से मंजूरी मिलना आवश्यक है। पांडेय ने लिखा, ‘इस तरह (पदाधिकारी को निलम्बित करना) की शक्तियां कार्यकारी समिति के पास हैं तथा कार्यकारी समिति की सिफारिशों को आमसभा की मंजूरी मिलना आवश्यक है।’ आनंदेश्वर पांडेय ने बताया कि मुझे नियमों की अनदेखी करके हैंडबॉल एसोसिएशन से हटाया गया है। 27 को एसोसिएशन की बैठक में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।

आनंदेश्वर छल-कपट से हासिल करता है पदः इन्द्रकांत मिश्र

आनंदेश्वर पांडेय की तरफ मोर्चा खोलने वाले दूसरे शख्स इन्द्रकांत मिश्र ने भारतीय हैंडबॉल महासंघ के अध्यक्ष एम. रामासुब्रहमणि को लिखे पत्र में कहा कि पांडेय को काफी पहले ही निष्कासित कर दिया जाना चाहिए था। यह व्यक्ति झूठ और छल-कपट के सहारे ही पद हासिल करता है और खुद कभी नियमों का पालन नहीं करता। मिश्र ने अपने पत्र में लिखा है कि श्री पांडेय के सचिव पद पर रहने के दौरान जितनी भी आर्थिक अनियमितताएं हुई हैं, उनकी किसी अवकाश प्राप्त आईएएस, आईपीएस अधिकारी अथवा अवकाश प्राप्त जिला न्यायाधीश से निष्पक्ष जांच कराई जाए तथा इन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जाए।

इतना ही नहीं इन्द्रकांत मिश्र ने पत्र में लिखा है कि पांडेय को सचिव पद से हटाने के बाद इन्हें भारतीय ओलम्पिक संघ के कोषाध्यक्ष पद से हटाने को भी आईओए को पत्र लिखा जाए क्योंकि जब पांडेय हैंडबॉल महासंघ में ही नहीं हैं तो फिर भारतीय ओलम्पिक महासंघ से उनका प्रतिनिधित्व स्वतः ही समाप्त हो जाता है। मिश्र ने अपने पत्र में एचएफआई का ऑफिस तत्काल प्रभाव से लखनऊ से चेन्नई शिफ्ट करने की भी बात लिखी है। मिश्र ने पत्र में निष्क्रिय अथवा अवैध राज्य इकाइयों को भी हटाने का जिक्र किया है। पत्र में एचएफआई की वोटर लिस्ट को भी अपडेट करने की मांग की गई है।

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