क्रिकेट,
बॉस परेशान मत होनाः धोनी
मामला खिलाड़ियों के कोरोना पॉजिटिव का
नई दिल्ली। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल 2020) इस साल 19 सितंबर से 10 नवंबर के बीच यूएई में खेला जाएगा। यूएई पहुंची आईपीएल टीमों में से चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) को छोड़कर सभी टीमों का जरूरी क्वारंटाइन पूरा हो चुका है। खिलाड़ियों के कोविड-19 टेस्ट नेगेटिव आने के बाद टीमों ने मैदान पर नेट प्रैक्टिस शुरू कर दी है। वहीं, दूसरी तरफ सीएसके की मुसीबतें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। सीएसके के दो खिलाड़ी और 13 स्टाफ मेंबर कोरोना वायरस टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए हैं। ऐसे में सीएसके का क्वारंटाइन पीरियड बढ़ा दिया गया है। इस बीच सीएसके के मालिक श्रीनिवासन ने कहा है कि धोनी की इस बारे में उनसे बात हो गई है।
चेन्नई सुपर किंग्स की टीम ने यूएई रवाना होने से पहले चेन्नई में एक ट्रेनिंग कैंप में हिस्सा लिया था। लेकिन यूएई में टीम को ज्यादा वक्त के लिए क्वारंटाइन होना पड़ा है, जबकि बाकी टीमों की ट्रेनिंग शुरू हो चुकी है। सीएसके के दो खिलाड़ी दीपक चाहर और ऋतुराज गायकवाड़ कोविड-19 टेस्ट में पॉजिटिव आए हैं। ऐसे में पूरी टीम का क्वारंटाइन पीरियड बढ़ाकर 6 सितंबर तक कर दिया गया है।
इस बीच सीएसके के मालिक और बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष एन श्रीनिवासन ने दुबई में 'येलो आर्मी' में कोरोना पॉजिटिव मामलों पर अपना रिएक्शन दिया है। आउटलुक के साथ बातचीत में श्रीनिवासन ने कहा, ''इस बारे में मैंने एमएस (धोनी) से बात की है। और उन्होंने मुझे आश्वासन दिया है कि अगर पॉजिटिव मामलों की संख्या बढ़ती भी है तो चिंता करने वाली कोई बात नहीं है। धोनी ने जूम कॉल के जरिये खिलाड़ियों के साथ बात की है और उन्हें सेफ रहने को बोला है।''
उन्होंने आगे कहा, ''आप वास्तव में नहीं जानते कि इस वायरस का पैसिव कैरियर कौन है। मेरे पास एक मजबूत कप्तान है। धोनी किसी मुश्किल को आसान कर सकते हैं। वह टीम मे हर किसी को आत्मविश्वास दे रहे हैं।'' वहीं, दूसरी तरफ चेन्नई सुपर किंग्स को सुरेश रैना के भारत वापस लौटने के मामले का भी सामना करना पड़ा है। जहां एक तरफ रैना के वापस लौटने की अलग-अलग वजहें सामने आ रही हैं, वहीं कुछ भी साफतौर पर जाहिर नहीं कहा जा रहा था। यह भी कहा जा रहा था कि रैना, धोनी के जैसा कमरा नहीं मिलने की वजह से नाराज थे।
इस बारे में श्रीनिवासन ने कहा, ''क्रिकेटर्स प्राइमा डोनेंस की तरह होते हैं। पुराने जमाने की एक्टर्स की तरह, जो नखरे दिखाया करते थे। चेन्नई सुपर किंग्स हमेशा से एक परिवार की तरह रहा है। और सीनियर खिलाड़ी साथ रहना जानते हैं। मेरा मानना यही है कि आप अगर खुश नहीं हैं या इच्छुक नहीं हैं तो वापस जाएं। मैं किसी को किसी भी बात के लिए फोर्स नहीं करता। कई बार सफलता आपके सिर चढ़ जाती है।''