हरियाणा की मेजबानी में पंचकूला में होंगे नेशनल यूथ गेम्स

खेलपथ प्रतिनिधि

चंडीगढ़। हरियाणा के खेल एवं युवा मामलों के राज्यमंत्री संदीप सिंह ने कहा कि ‘खेलो इंडिया-2021’ का पूरा आयोजन अगले साल के अंतिम महीनों में किया जाएगा। आगामी वर्ष होने वाले ओलंपिक खेलों के बाद इन खेलों का आयोजन पंचकूला में होगा। यह जानकारी खेल राज्यमंत्री ने गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए दी।

उन्होंने कहा कि खेलों के लिए जल्द ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर व वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक करके रूपरेखा तैयार की जाएगी। सिंह ने कहा कि पंचकूला के साथ लगते जिला अम्बाला में बने खेल परिसरों को भी इस आयोजन के लिए प्रयोग किया जा सकता है। खेल मंत्री ने बताया कि ‘खेलो इंडिया’ में देश भर से खिलाड़ी पहुंचेंगे। इनके स्वागत की तैयारियों को भव्य रूप दिया जाएगा। खिलाड़ियों के ठहरने व खाने-पीने की व्यवस्थाओं को लेकर जल्द ही अधिकारियों से बैठक करके प्लानिंग की जाएगी।

उन्होंने कहा, असम में हुए खेलो इंडिया गेम्स को देखने वे स्वयं वहां गए थे। इसके पीछे उनका मकसद यह देखना था कि आखिर ये गेम्स आयोजित कैसे किए जाते हैं। वहां से पूरा अवलोकन करने के बाद उन्होंने मन में ठान लिया था कि ‘खेलो इंडिया’ की अगली मेज़बानी हरियाणा द्वारा की जाएगी। उन्होंने कहा कि इन खेलों के आयोजन में अभी एक साल बाकी है और हम वे सभी तैयारियां पूरी कर सकते हैं जिनकी इस आयोजन के लिए जरूरत है।

पवनदीप वैक्सीन ट्रायल को तैयार

खेल एवं युवा मामले राज्यमंत्री संदीप सिंह को अम्बाला छावनी निवासी पवनदीप सिंह ने कोविड-19 की वैक्सीन का ट्रायल अपने शरीर पर किए जाने का शपथ-पत्र सौंपा। खेलमंत्री ने कहा कि कोरोना एक वैश्विक महामारी है जिसे सभी को मिलकर जीतना है और इस विपदा का सामना बुलंद हौसले से किया जा रहा है। कोविड-19 की वैक्सीन का ट्रायल अपने शरीर पर करवाने के लिए स्वेच्छा से अनेक लोग आगे आ रहे हैं।

बबिता को रास नहीं आ रहा सियासी अखाड़ा

आमिर खान की ‘दंगल’ फेम पहलवान बबिता फोगाट को ‘सियासी’ अखाड़ा रास नहीं आया। वे फिर से ‘रिंग’ में लौट रही हैं। प्रदेश सरकार ने राज्य की खेल नीति का लाभ बबिता को देते हुए उन्हें सीधे खेल विभाग की डिप्टी डायरेक्टर नियुक्त किया है। गुरुवार को खेल विभाग के प्रधान सचिव की ओर से नियुक्ति पत्र जारी हुआ। इसी तरह जींद की कविता को भी आउटस्टैंडिंग स्पोर्ट्स पर्सन पॉलिसी के तहत खेल एवं युवा मामले विभाग की डिप्टी डायरेक्टर बनाया गया है। पूर्व की हुड्डा सरकार ने पदक विजेता खिलाड़ियों को खेल कोटे के तहत सीधे नौकरी देने की नीति बनाई थी। खट्टर सरकार के पहले कार्यकाल में खेल एवं युवा मामले विभाग के मंत्री होने के नाते अनिल विज ने इस नीति में सुधार भी किया और इसका विस्तार भी किया।

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