इस बार खेल दिवस पर दिए जाने वाले अवार्डों पर संशय के बादल

राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार के लिए रिकार्ड 506 आवेदन आए

खेलपथ प्रतिनिधि

नई दिल्ली। प्रतिवर्ष कालजयी हाकी खिलाड़ी दद्दा ध्यानचंद के जन्म दिवस 29 अगस्त को खिलाड़ियों, खेल प्रशिक्षकों और खेल प्रमोटरों को दिए जाने वाले राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार इस बार कोरोना संक्रमण के चलते खेल दिवस को शायद ही प्रदान किए जा सकें। ज्ञातव्य है कि इस बार राजीव गांधी खेल रत्न, अर्जुन, द्रोणाचार्य, ध्यानचंद और राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार के लिए रिकार्ड 506 आवेदन आए हैं।

नई दिल्ली में 29 अगस्त को होने वाले राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार समारोह पर कोरोना संक्रमण के चलते संशय के बादल मंडरा रहे हैं। देश के सर्वोच्च खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न, अर्जुन अवार्ड, द्रोणाचार्य अवार्ड, ध्यानचंद अवार्ड और राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार के लिए रिकार्ड 506 आवेदन आए हैं, लेकिन मंत्रालय ने अब तक खेल शख्सियतों को दिए जाने वाले पुरस्कारों के चयन के लिए अवार्ड कमेटी का गठन नहीं किया है। बीते वर्षों में अब तक न सिर्फ अवार्ड कमेटी का गठन हो जाता था बल्कि चयन प्रक्रिया भी लगभग गति पकड़ लेती थी।

खेल दिवस पर होने वाला पुरस्कार समारोह टलने का यह पहला वाकया नहीं है, दो वर्ष पूर्व साल 2018 में एशियाई खेलों के साथ तिथियां टकराने की स्थिति में भी राष्ट्रीय खेल पुरस्कार समारोह को राष्ट्रीय खेल दिवस पर आयोजित न कराकर सितम्बर माह में कराया गया था, लेकिन इसका आयोजन तब भी राष्ट्रपति भवन में हुआ था। इस बार यह भी सम्भावना जताई जा रही है कि समारोह राष्ट्रपति भवन में आयोजित न हो। ऐसा उदाहरण अब तक सामने नहीं आया है जब समारोह को राष्ट्रपति भवन से बाहर आयोजित किया गया हो।

राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार के लिए रिकार्ड 506 आवेदन आने की मुख्य वजह खेल मंत्रालय द्वारा इस बार खिलाड़ियों को आनलाइन नामांकन भेजन की छूट प्रदान करने के साथ ही खेल संघों की सहमति को दरकिनार करना है। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों ने खेल गतिविधियों पर जहां रोक लगा रखी है वहीं खिलाड़ी भी खतरा मोल लेने से परहेज कर रहे हैं।

 

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