भारत में इजाजत नहीं मिलने पर विदेश में ट्रेनिंग पर विचार कर रहा तैराकी महासंघ

नई दिल्ली। भारतीय तैराकी महासंघ (एसएफआई) ने मंगलवार को कहा कि कोविड-19 लॉकडाउन को खत्म करने के लिए मिल रही छूट के तीसरे चरण में अगर स्विमिंग पूल खोलने की स्वीकृति नहीं मिलती है तो वे ओलंपिक में जगह बनाने के दावेदार तैराकों के लिए देश के बाहर ट्रेनिंग शिविर आयोजित करने पर विचार करेगा। अनलॉक का तीसरा चरण तीन अगस्त से शुरू होगा और एसएफआई महासचिव मोनल चौकसी ने कहा कि महासंघ को कम से कम उन छह तैराकों के लि ट्रेनिंग शुरू करने की स्वीकृति मिलने की उम्मीद है जिन्होंने अगले साल होने वाले ओलंपिक के लिए बी क्वॉलिफिकेशन स्तर हासिल कर लिया है।
मोनल चौकसी ने कहा, ''ओलंपिक के दावेदार तैराकों को कुछ छूट देने से जुड़ा कोई कदम हो सकता है (अनलॉक दिशानिर्देशों के अगले चरण में)। उनकी नजरें इस पर हैं।'' उन्होंने कहा, ''अगर वे इस चरण में छूट नहीं देते हैं तो हम भी भारत के बाहर ट्रेनिंग की संभावना पर गौर करेंगे। दुबई एक विकल्प है क्योंकि वहां लॉकडाउन नहीं है और उड़ाने उपलब्ध हैं।''
एसएफआई ने अब तक लिखित में कोई प्रस्ताव नहीं दिया है, लेकिन महासंघ भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) से बात कर रहा हैं और उम्मीद है कि सरकार शिविर का खर्चा उठाएगी। चौकसी ने कहा, ''हम महानिदेशक स्तर पर साइ के संपर्क में हैं। हमने अब तक लिखित में कुछ नहीं दिया है, लेकिन हमने एक विकल्प के रूप में इस पर बात की है।''           
महासंघ ने संभावित ट्रेनिंग स्थलों से शुरुआती बातचीत की है और शिविर के खर्चे की गणना की है। चौकसी ने कहा, ''हमने इसकी व्यावहारिकता पर गौर किया है, हमने ट्रेनिंग स्थलों के साथ बात की है और हमने खर्चे की गणना की है।'' जहां तक ट्रेनिंग का सवाल है तो तैराकी सबसे अधिक प्रभावित खेलों में शामिल है। पिछले महीने ट्रेनिंग शुरू नहीं कर पाने से निराश एशियाई खेलों के कांस्य पदक विजेता वीरधवल खाड़े ने कहा था कि वह संन्यास लेने पर विचार कर रहे हैं। खाड़े, साजन प्रकाश और श्रीहरि नटराज सहित भारत के छह तैराक ओलंपिक की अपनी स्पर्धाओं का बी क्वॉलिफिकेशन स्तर हासिल कर चुके हैं और उन्हें ए स्तर हासिल करने की उम्मीद है। थाईलैंड में मौजूद प्रकाश ने ही अभी ट्रेनिंग शुरू की है।

 

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