विराट कोहली ने बताया, कभी 40 टॉफियां 4-5 दिन में खा जाता था

नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली को आज दुनिया के सबसे फिट क्रिकेटरों में से एक माना जाता है। विराट कोहली की फिटनेस की मिसाल दूसरी टीमों के खिलाड़ियों को भी दी जाती हैं,  लेकिन एक समय था जब फिटनेस के प्रति वह समर्पित नहीं थे। 2012 में कोहली को पहली बार आइने में खुद को देखकर यह अहसास हुआ कि खाने की अपनी  बुरी आदतों के चलते बेडौल हो रहे हैं। इसके बाद उन्होंने अपना कायाकल्प कर लिया। विराट कोहली ने हाल ही में अपनी फिटनेस और अपने खाने की बुरी आदतों के बारे में खुलासा किया। इस दौरान उन्होंने बताया कि किस तरह वह खूब सारी टॉफियां खाया करते थे।
विराट कोहली ने अपने टीममैट मयंक अग्रवाल के साथ एक बातचीत में कहा, ''2012 आईपीएल में मैं वापस अपने घर आया और मैंने खुद को देखा, मुझे बहुत खराब लगा। मैं खुद को पूरी तरह बदलना चाहता था। मैंने क्रिकेट के दुनिया में बदलते डायनामिक्स को भी देखा, जो तेजी से बदल रहा था। फिटनेस के मामले में वे हमसे आगे निकल रहे थे। इससे मुझे चिंता हुई, सबसे पहले मुझे निजी रूप से खुद को बदलना था।''
उन्होंने कहा, ''2012 तक मुझे सामने जो भी मुझे दिखाई देता था, मैं वही खा लेता था।हम ज्यादातर आइटीसी गार्डेनिया में रुकते थे, जहां टॉफी का पैकेट होता था, जिसमें 40 टॉफियां होती थी और मैं इसे 4-5 दिन में खा लेता था। उस वक्त वही मेरा डाइट हुआ करता था।''
2012 का आईपीएल में कोहली ने 16 मैचों में 28 की औसत से 364 रन बनाए थे। 2011 में उन्होंने 46.41 की औसत से 557 रन बनाए थे। इनमें चार अर्द्धशतक थे। उस समय कोहली जंक फूड के शौकीन थे। 2012 के बाद  कोहली ने जंक फूड छोड़ने का फैसला किया। उन्होंने कहा, ''उस समय मैं पागलों की तरह खाता था। मैं अच्छा परफॉर्म कर रहा था और मुझे लगता था कि मेरा आईपीएल में दबदबा होगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। चीजें हुई, लेकिन मुझे अच्छी नहीं लगीं। मैं वापस घर लौटा और मैंने सब कुछ बदलने का फैसला कर लिया। मैंने अगले दिन से ही सबकुछ बदला। तब से लेकर आज तक मेरा फिटनेस को लेकर पूरा नजरिया बदल गया।''
इस इंटरव्यू के दौरान विराट कोहली ने यह भी बताया कि उनकी मां उनकी फिटनेस की वजह से काफी परेशान रहती थीं। कोहली ने कहा कि वर्कआउट की वजह से मेरी चर्बी घटने लगी थी और मेरी मां को लगता था कि मैं बीमार और कमजोर हो रहा हूं। कोहली ने कहा, ''मां कहती थी कि तू बड़ा कमजोर हो गया है, कुछ खाता क्यों नहीं है?'' विराट ने बताया कि मुझे अपनी फिटनेस का यकीन मां को दिलाना पड़ता था। मैं उनसे कहता था कि मैं बीमार नहीं हूं।

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