क्रिकेट बाद में, पहले खुलें स्कूल और कॉलेज

नयी दिल्ली, (एजेंसी)। हरफनमौला खिलाड़ी कपिल देव का मानना है कि कोरोना महामारी से उबरने के बाद स्कूल और कॉलेज खोलना युवा पीढ़ी के लिये प्राथमिकता होनी चाहिये और कुछ समय के लिये खेलों की बहाली टाली जा सकती है। कोरोना के कारण दुनियाभर में खेल रद्द हो गए हैं। कपिल ने कहा कि मैं वृहत तस्वीर देख रहा हूं। क्या आपको लगता है कि इस समय बात करने के लिये क्रिकेट ही बचा है। मैं बच्चों को लेकर चिंतित हूं, जो स्कूल और कॉलेज नहीं जा पा रहे। उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं कि पहले स्कूल खुलें। क्रिकेट और फुटबॉल बाद में होते रहेंगे। कपिल ने दोहराया कि कोरोना से निपटने के लिये धन जुटाने की कवायद में भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय शृंखला के शोएब अख्तर के प्रस्ताव के वह खिलाफ हैं।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अगर भारत के साथ क्रिकेट खेलने को इतना ही बेचैन है तो पहले सरहद पार से भारत विरोधी गतिविधियां बंद करे और वह पैसा नेक काम में लगाये। उन्होंने कहा कि आप भावनाओं के वेग में बहकर कह सकते हैं कि भारत और पाकिस्तान के मैच कराये जाने चाहिये। इस समय क्रिकेट खेलना प्राथमिकता नहीं है। अगर आपको पैसा चाहिये तो सीमा पार से गतिविधियां बंद कीजिये। उन्होंने कहा कि वह पैसा अस्पतालों और स्कूलों पर लगाइये। अगर हमें पैसा चाहिये तो हमारे धार्मिक संगठनों को आगे आना चाहिए।

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