विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप 15 से 24 जुलाई 2020 के बीच
भारतीय कोच इस 'वजह' से निराश
नई दिल्ली। अगले साल यूजीनी में होने वाली विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप अब 15 से 24 जुलाई 2022 के बीच होगी ताकि बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों से टकराव से बचा जा सके। विश्व एथलेटिक्स ने पिछले महीने ही टूर्नामेंट 2022 में कराने की घोषणा की थी क्योंकि टोक्यो ओलम्पिक कोरोना वायरस महामारी के कारण 2021 में खेले जाएंगे। विश्व एथलेटिक्स ने एक बयान में कहा, ‘विश्व एथलेटिक्स परिषद ने इस सप्ताह संबंधित पक्षों से बातचीत के बाद नयी तारीखों को मंजूरी दे दी। इन नई तारीखों से विश्व चैम्पियनशिप बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों और म्युनिख में यूरोपीय चैम्पियनशिप से टकराव से बच जाएगी।’ पहले यह चैंपियनशिप छह से 15 अगस्त 2021 के बीच होनी थी।
विश्व एथलेटिक्स का ओलम्पिक क्वालीफिकेशन दौर को नवम्बर के आखिर तक निलंबित करने का फैसला भारतीय ट्रैक एवं फील्ड एथलीटों के लिए बड़ा झटका है जो इस साल के आखिर में होने वाली घरेलू प्रतियोगिताओं के जरिए क्वालीफाई करने की उम्मीद लगाए हुए थे। इन प्रतियोगिताओं का आयोजन हालांकि अभी सुनिश्चित नहीं है क्योंकि कोविड-19 के कारण देशभर में लॉकडाउन है।
विश्व एथलेटिक्स ने एथलीट आयोग, महाद्वीपीय संघों के प्रमुखों आदि से सलाह मशविरे के बाद टोक्यो खेलों के लिए क्वालीफिकेशन समय छह अप्रैल से 30 नवंबर 2020 तक निलंबित कर दिया था। इस दौरान प्रतियोगिताओं में हासिल किए गए परिणाम पर टोक्यो खेलों के क्वालीफिकेशन मार्क या विश्व रैंकिंग के संदर्भ में विचार नहीं किया जाएगा। भारत के राष्ट्रीय उप मुख्य कोच राधाकृष्णन नायर ने कहा कि इस फैसले से कई भारतीय एथलीट निराश होंगे।
नायर ने एनआईएस पटियाला से पीटीआई से कहा, ‘विश्व एथलेटिक्स का फैसला तेजिंदर पाल सिंह तूर (गोला फेंक), अनू रानी (भाला फेंक), एम. श्रीशंकर (लंबीकूद) और फर्राटा धाविका दुती चंद के लिए करारा झटका है।’
स्टार धाविका हिमा दास ने भी अभी तक टोक्यो खेलों के लिए क्वालीफाई नहीं किया है। ओलंपिक में पदक के दावेदार नीरज चोपड़ा, भाला फेंक के उनके साथी शिवपाल सिंह, चार गुणा 400 मीटर मिश्रित रिले टीम, के टी इरफान (पुरुष 20 किमी पैदल चाल), भावना जाट (महिला 20 किमी पैदल चाल) और अविनाश साबले (3000 मीटर स्टीपलचेज) पहले ही ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुके हैं। विश्व संस्था ने कहा कि जिन खिलाड़ियो ने 2019 में क्वालीफिकेशन दौर शुरू होने के बाद ओलंपिक मानदंडों को हासिल किया है, उन्हें अब भी क्वालीफाई माना जाएगा।