ओलंपिक और शीतकालीन ओलंपिक में छह महीने के अंतर से बनी अजीबोगरीब स्थिति
बीजिंग। टोक्यो 2020 ओलंपिक के एक साल के लिए स्थगित किए जाने के कारण बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक 2022 के आयोजकों के लिए अजीबोगरीब स्थिति बन गई है, क्योंकि इन दोनों महत्वपूर्ण प्रतियोगिताओं के बीच छह महीने से भी कम समय का अंतर रह गया है। टोक्यो ओलंपिक को कोरोना वायरस महामारी के कारण एक साल के लिए टाल दिया गया है और इनका आयोजन अब 23 जुलाई से आठ अगस्त 2021 के बीच होगा।
बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक खेलों का आयोजन चार फरवरी 2022 से किया जाएगा और ऐसे में लगातार दो ओलंपिक का आयोजन असाधारण चुनौती है। बीजिंग 2022 के एक अधिकारी ने शिन्हुआ समाचार एजेंसी से कहा, ''टोक्यो ओलंपिक और पैरालंपिक खेलों की नई तिथियों का मतलब है कि हम एक विशेष स्थिति का सामना कर रहे हैं जहां आधे साल के अंदर ग्रीष्म और शीतकालीन ओलंपिक का आयोजन होगा।''
उन्होंने कहा, ''हम इस पर गहन विश्लेषण करेंगे कि टोक्यो 2020 की नई तिथियों का बीजिंग 2022 पर कैसे प्रभाव पड़ेगा। इस बीच हम इस स्थिति से अच्छी तरह निबटने और हर तरह की तैयारियों को आगे बढ़ाने के लिए आईओसी (अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति) और ओलंपिक परिवार के संपर्क में रहेंगे।''
चीन दिसंबर में कोरोना वायरस के केंद्र में था, लेकिन उसने कहा कि शीतकालीन ओलंपिक 2022 के लिए तैयारियां निर्धारित समय के अनुसार चल रही है। बीजिंग ग्रीष्म ओलंपिक और शीतकालीन ओलंपिक के आयोजन करने वाला पहला शहर भी बनेगा। उसने 2008 में ओलंपिक की मेजबानी की थी।