जब तक मुझसे कहा नहीं जाता तब तक मैं कप्तान हूं: महेश भूपति

भारत के सीनियर टेनिस खिलाड़ी महेश भूपति ने बुधवार को यह बात मानने से इंकार कर दिया है कि पाकिस्तान के खिलाफ होने वाले डेविस कप मुकाबले में वह भारत के कप्तान नहीं हैं। उन्होंने कहा है कि वह अभी भी टीम के कप्तान हैं। अखिल भारतीय टेनिस संघ (एआईटीए) ने सोमवार को रोहित राजपाल को टीम का कप्तान नियुक्त किया था, क्योंकि भूपति ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए पाकिस्तान जाने से मना कर दिया था। 
महेश भूपति और रोहन बोपन्ना समेत छह खिलाड़ियों ने सुरक्षा कारणों का हवाला देकर पाकिस्तान दौरे से नाम वापस ले लिया था। भूपति ने कहा कि एआईटीए ने उन्हें बताया कि पाकिस्तान जाने में असमर्थता जताने के कारण उन्हें गैर खिलाड़ी कप्तान पद से हटाकर राजपाल को नियुक्त किया गया है। भूपति ने ट्वीट किया, “उन लोगों के लिए जो मेरी चिंता करते हैं और मेरा विचार जानना चाहते हैं। मुझे मिस्टर चटर्जी (एआटीए के महासचिव) ने सोमवार को फोन किया और बताया कि रोहित कप्तान के तौर पर मेरा स्थान ले रहे हैं, क्योंकि मैं पाकिस्तान जाने में सहज नहीं हूं।”
उन्होंने लिखा, “मेरी एआईटीए से सोमवार से बात नहीं हुई है और आईटीएफ द्वारा खिलाड़ियों की स्थल को लेकर जताई जा रही चिंता के कारण अंतरराष्ट्रीय महासंघ ने मैच को तटस्थ स्थान पर कराने का फैसला किया है- इसलिए मैं तो उपलब्ध हूं और मुझे लगता है कि मैं अभी भी कप्तान हूं तब तक जब तक मैं इसके विपरीत बात नहीं सुन लेता।”
भारत के एक और वरिष्ठ खिलाड़ी रोहन बोपन्ना के आईटीएफ के मैच स्थल पर लिए गए फैसले से पहले ही टीम का कप्तान बदलने के फैसले पर सवाल खड़े किए थे। एआईटीए ने इस पर हालांकि खिलाड़ियों को फटकार लगाई है। चटर्जी ने ट्वीट किया, “प्रशासन के मामले में खिलाड़ियों को दखल देने का अधिकार नहीं है।” बता दें कि बतौर गैर खिलाड़ी कप्तान भूपति का कार्यकाल दिसंबर 2018 में खत्म हो गया था और उन्हें इस साल फरवरी में कोलकाता में इटली के खिलाफ मैच तक कार्यकाल में विस्तार दिया गया था।

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